ग्रैंड स्लैम के मुख्य दौर में जगह बनाने वाली पांचवीं भारतीय महिला खिलाड़ी बनी अंकिता रैना
भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी अंकिता रैना ने इतिहास रच दिया है। वह किसी ग्रैंडस्लैम के मेन इवेंट में जगह बनाने वाली पांचवीं भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी बन गई हैं। उन्होंने रोमानिया की मिहेला बुजारनेकु के साथ जोड़ी बनायी है और डबल्स प्रतियोगिता में सीधी एंट्री हासिल की है। हालांकि, उन्हे सिंगल्स में जगह बना पाने में कामयाबी नहीं मिली थी। भारत के चार खिलाड़ी सीजन के पहले ग्रैंड स्लैम में हिस्सा लेते दिखेंगे।
सालों की कड़ी मेहनत के बाद मैं यहां पहुंची- अंकिता
अंकिता ने PTI से कहा कि यह ग्रैंड स्लैम का पहला मेन ड्रॉ है तो वह सिंगल्स या डबल्स की परवाह नहीं करती हैं। उन्होंने कहा, "यह स्पेशल है। सालों की कड़ी मेहनत के बाद मैं यहां पहुंची हूं। मैं जानती हूं कि यह डबल्स है, लेकिन इसमें भी भारत का नाम रहेगा। यही चीजें होती हैं जो लोगों के बीच जुनून पैदा करती हैं। शायद कुछ लोग सपना देखने लगें कि यह संभव है।"
सिंगल्स में क्वालीफाई नहीं कर सकी थी अंकिता
ऑस्ट्रेलियन ओपन के सिंगल्स क्वालीफायर्स के मुख्य दौर में जगह बनाने के बाद अंकिता अंतिम मुकाबला हार गई थी। सर्बिया की ओल्गा डैनिलोविच के खिलाफ मुकाबले में उन्हें 6-2, 6-3 और 6-1 से हार मिली थी। सानिया मिर्जा और निरुपमा वैद्यनाथन ही ऐसी भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी हैं, जो सिंगल्स में किसी ग्रैंड स्लैम के मुख्य दौर में खेल चुकी हैं। अंकिता के पास इतिहास बनाने का मौका था।
लंबे समय से कोर्ट पर डटी हैं अंकिता
28 साल की अंकिता का जन्म अहमदाबाद में हुआ था और 2009 से वह प्रो टेनिस खेल रही हैं। वह 2013 से ही सिंगल्स में भारत की पहली वरीयता और 2019 से डबल्स में पहली वरीयता वाली महिला खिलाड़ी हैं। 2016 साउथ एशियन गेम्स में उन्होंने सिंगल्स और मिक्स्ड डबल्स दोनों प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीता था। उन्होंने 2018 एशियन गेम्स में सिंगल्स में ब्रॉन्ज मेडल जीता था।
9 फरवरी से शुरु होगी भारत की चुनौती
ऑस्ट्रेलियन ओपन में भारत की चुनौती 9 फरवरी से शुरु होगी जब सुमित नागल सिंगल्स में उतरेंगे। 10 फरवरी को महिला डबल्स में अंकिता रैना का मुकाबला रहेगा। उसी दिन रोहन बोपन्ना और दिविज सरन भी पुरुष डबल्स प्रतियोगिता में खेलने उतरेंगे।