स्टार टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल विंबलडन और टोक्यो ओलंपिक से हटे
स्पेन के स्टार टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल ने साल के तीसरे ग्रैंड स्लैम विंबलडन से अपना नाम वापस ले लिया है। इसके अलावा उन्होंने टोक्यो ओलंपिक से भी हटने का फैसला किया है। उन्होंने अपने टेनिस करियर को और लंबा करने की कोशिश में ये निर्णय लिया है। बता दें 35 वर्षीय नडाल ने ट्विटर पर इसकी जानकारी दी है। एक नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
मैं समझता हूं कि नाम वापस लेना सही निर्णय- नडाल
नडाल ने अपने ट्विटर पर लिखा, "मैंने इस साल विंबलडन चैंपियनशिप और टोक्यो में ओलंपिक खेलों में भाग नहीं लेने का फैसला किया है। यह कभी भी आसान निर्णय नहीं है, लेकिन अपने शरीर को सुनने और अपनी टीम के साथ चर्चा करने के बाद मैं समझता हूं कि यह सही निर्णय है।" बता दें इस साल विंबलडन 28 जून से खेला जाना है जबकि ओलंपिक खेलों की शुरुआत 23 जुलाई से होनी है।
ओलंपिक खेलों को लेकर क्या बोले नडाल?
टोक्यो ओलंपिक का उल्लेख करते हुए नडाल ने कहा, "ओलंपिक खेलों का हमेशा बहुत महत्व होता है और वे हमेशा एक खिलाड़ी के रूप में ओलंपिक खेलों को प्राथमिकता में रखते हैं। दुनिया का हर खिलाड़ी इस भावना को जीना चाहता है। मुझे व्यक्तिगत रूप से इसमें हिस्सा लेने का अवसर मिला और मेरे लिए ओलंपिक खेलों में अपने देश का ध्वजवाहक होना सम्मान की बात थी।"
फ्रेंच ओपन के सेमीफाइनल में हारे थे नडाल
हाल ही में समाप्त हुई फ्रेंच ओपन 2021 में नडाल सेमीफाइनल की बाधा को पार नहीं कर सके थे। उन्हें विश्व नंबर एक टेनिस स्टार नोवाक जोकोविच ने कड़े मुकाबले में 3-6, 6-3, 7-6 (7-4), 6-2 से हरा दिया था। यह पहला ऐसा मौका है जब नडाल को रोलां गैरां के सेमीफाइनल मुकाबले में शिकस्त मिली हो। इस जीत के साथ ही जोकोविच फ्रेंच ओपन में नडाल को दो बार हराने वाले पहले खिलाड़ी बन गए थे।
ओलंपिक में ऐसा रहा है नडाल का रिकॉर्ड
नडाल ने ओलंपिक में भी अच्छा प्रदर्शन किया है। उन्होंने 2008 में बीजिंग ओलंपिक के फाइनल में फर्नांडो गोंजालेज को हराकर पुरुष एकल स्पर्धा में स्वर्ण पदक जीता था। इसके आठ साल बाद, स्पेनिश दिग्गज ने पुरुष युगल में मार्क लोपेज के साथ मिलकर रियो ओलंपिक 2016 का भी स्वर्ण पदक जीता था। विशेष रूप से, नडाल रियो ओलंपिक में स्पेन के ओलंपिक दल के ध्वजवाहक भी थे।