पुराने PC पर नहीं मिला विंडोज 11 का सपोर्ट? तो मैन्युअल इंस्टॉलेशन कर पाएंगे आप
सॉफ्टवेयर कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने जून में लेटेस्ट विंडोज 11 ऑपरेटिंग सिस्टम लॉन्च किया, जिसका फाइनल अपडेट जल्द रिलीज हो सकता है। हाल ही में कंपनी ने विंडोज 11 को पुराने इंटेल CPUs के साथ भी कंपैटिबल बताया है, जबकि पहले मिनिमम सिस्टम रिक्वायरमेंट्स में इन्हें शामिल नहीं किया गया था। अब कंपनी ने कहा है कि जो सिस्टम मिनिमम रिक्वायरमेंट्स पूरी नहीं करते, उनके यूजर्स अपने रिस्क पर मैन्युअली विंडोज 11 इंस्टॉल कर सकेंगे।
कंपनी ने पहली बार कही मैन्युअल इंस्टॉलेशन की बात
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि यह पुराने कंप्यूटर वाले यूजर्स को विंडोज 11 इंस्टॉल करने से नहीं रोकेगी। यानी कि जिन कंप्यूटर्स में विंडोज 11 के लिए इनकंपैटिबल चिपसेट्स हैं, उनमें विंडोज 11 का मैन्युअल इंस्टॉलेशन किया जा सकेगा। महत्वपूर्ण बात यह है कि माइक्रोसॉफ्ट ने पहली बार कहा है कि पुराने सिस्टम्स में यूजर्स के लिए विंडोज 11 का मैन्युअल इंस्टॉलेशन संभव होगा। हालांकि, ऐसा यूजर्स अपने रिस्क पर कर सकेंगे और इसकी कुछ सीमाएं होंगी।
कंपनी ने बताए हैं मिनिमम सिस्टम रिक्वायरमेंट्स
विंडोज 10 से विंडोज 11 का अपग्रेड पाने वाले कंप्यूटर्स के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने पहले ही सिस्टम रिक्वायरमेंट्स शेयर किए हैं। पहले 2017 से पुराने इंटेल चिपसेट्स को इनमें शामिल नहीं किया गया था और कुछ CPUs बाद में लिस्ट में शामिल किए गए। इनसे पुराने CPU वाले कंप्यूटर्स को विंडोज 11 का अपडेट नहीं मिलेगा। कंपनी का कहना है कि इन यूजर्स को बेस्ट विंडोज 11 अनुभव नहीं मिल पाएगा इसलिए कंपनी अपडेट देने के पक्ष में नहीं है।
अपने रिस्क पर मैन्युअल इंस्टॉलेशन करें यूजर्स
माइक्रोसॉफ्ट ने इस विंडोज 11 OS के लिए मिनिमम रिक्वायरमेंट्स बताई हैं, जिनमें कंपैटिबल 64-बिट प्रोसेसर, कम से कम 4GB रैम और 64GB स्टोरेज, UEFI सिक्योर बूट, ग्राफिक्स रिक्वायरमेंट्स और TPM 2.0 शामिल थे। कंपैटिबल सिस्टम वाले यूजर्स को विंडोज 11 का फाइनल अपडेट अपने आप मिल जाएगा। वहीं, पुराने कंप्यूटर्स पर यूजर्स इसका मैन्युअल इंस्टॉलेशन कर पाएंगे। यूजर्स को मैन्युअल इंस्टॉलेशन अपने रिस्क पर करना होगा और कंपनी की ओर से कोई कवर या सपोर्ट नहीं दिया जाएगा।
नहीं मिलेंगे कोई विंडोज या सिक्योरिटी अपडेट्स
माइक्रोसॉफ्ट ने कहा है कि जिन इनकंपैटिबल डिवाइसेज में विंडोज 11 इंस्टॉल किया जाएगा, उन्हें कोई विंडोज अपडेट्स या सिक्योरिटी अपडेट्स नहीं दिए जाएंगे। यहां सबसे बड़ा रिस्क यह है कि पुराने कंप्यूटर में विंडोज 11 इंस्टॉलेशन के बाद अगर पर किसी वायरस या मालवेयर का शिकार हो जाता है तो माइक्रोसॉफ्ट की ओर से मदद नहीं मिलेगी। कंप्यूटर को माइक्रोसॉफ्ट के जरूरी सिक्योरिटी अपडेट्स ना मिलने का मतलब है कि हैकिंग का खतरा भी लगातार बना रहेगा।
आसान नहीं होती मैन्युअल इंस्टॉलेशन की प्रक्रिया
विंडोज 11 मैन्युअल इंस्टॉल करने के लिए इंटरनेट से ISO फाइल डाउनलोड कर उन्हें अपने PC में बूट करना होगा। ऐसा करना आसान नहीं है और अगर आप सामान्य यूजर हैं तो ऐसा करने वक्त गलतियां हो सकती हैं। इंस्टॉलेशन प्रक्रिया में किसी तरह की दिक्कत आने का मतलब है कि आपको दोबारा क्लीन इंस्टॉल करना होगा। इस तरह बेहतर है कि इनकंपैटिबल PC में मैन्युअल इंस्टॉलेशन की कोशिश ना ही की जाए।
विंडोज 11 में मिलने वाले हैं कई नए फीचर्स
विंडोज 11 अभी पब्लिक बीटा वर्जन के तौर पर उपलब्ध है और अगले कुछ महीनों में सभी के लिए रिलीज हो सकता है। इसका फाइनल बिल्ड यूजर्स के लिए ढेरों नए फीचर्स लेकर आएगा। इन फीचर्स में रीडिजाइन्ड स्टार्ट मेन्यू और टास्कबार, नई चैट ऐप और माइक्रोसॉफ्ट टीम्स इंटीग्रेशन वगैरह शामिल हैं। विंडोज 11 में फोकस सेशंस और रीडिजाइन्ड ऐप्स जैसे ढेरों फीचर्स दिए गए हैं, जिन्हें इनसाइडर प्रोग्राम के साथ टेस्ट किया जा रहा है।