कहां गायब हो गई कभी ऐपल को टक्कर देने वाली कंपनी ब्लैकबेरी?
'ब्लैकबेरी', एक ऐसा नाम जो कभी सबसे एडवांस्ड मोबाइल फोन्स की पहचान हुआ करता था, आज गायब हो चुका है। कंपनी की ओर से 4 जनवरी, 2022 से ब्लैकबेरी OS के लिए सपोर्ट खत्म कर दिया गया है। यानी कि अगर यूजर्स ब्लैकबेरी का पुराना फोन इस्तेमाल कर रहे हैं तो हो सकता है वह काम करना बंद कर दे। आइए जानते हैं कि मार्केट शेयर के मामले में कभी ऐपल को टक्कर देने वाली ब्लैकबेरी कहां गायब हो गई।
कैसे हुई ब्लैकबेरी की शुरुआत?
ब्लैकबेरी की शुरुआत साल 1984 में रिसर्च इन मोशन (RIM) कंपनी से हुई थी, जिसका फोकस मॉडेम और पेजर्स बनाने पर था। RIM ने मोबाइल डिवाइसेज की बढ़ती लोकप्रियता को देखते हुए ऐसे फोन लॉन्च किए, जिनमें किसी पेजर के मुकाबले बड़ी स्क्रीन और QWERTY कीपैड दिया गया था। इस डिवाइस की मदद से ईमेल्स भेजे जा सकते थे, जो उस वक्त में एक बेहद एडवांस्ड फीचर था। QWERTY बटन्स के छोटे आकार के चलते ब्लैकबेरी शब्द इसकी पहचान बना।
सबसे पहले ब्लैकबेरी ने दिए एडवांस्ड फीचर्स
1990 के दशक में जब इंटरनेट सस्ता और सभी के लिए उपलब्ध नहीं था, तब ब्लैकबेरी बड़ी स्क्रीन और QWERTY कीपैड वाले फोन लाई। इसका फायदा बिजनेस यूजर्स को मिला, जो ईमेल्स के जवाब देने के लिए अपने फोन की मदद ले सकते थे। कंपनी ब्लैकबेरी मेसेंजर (BBM) भी लेकर आई, जो सिर्फ इसके डिवाइसेज में मिलता था। याद रहे, वह मेसेजिंग ऐप्स का दौर नहीं था इसलिए फोन के साथ फ्री में मेसेजिंग का विकल्प मिलना बड़ी बात थी।
आधे अमेरिकी मार्केट पर था ब्लैकबेरी का कब्जा
ब्लैकबेरी अकेली कंपनी नहीं थी, जो तब मोबाइल फोन्स बना रही थी, लेकिन दूसरी कंपनियों के मुकाबले उसके फोन बेहतर थे। सैमसंग और नोकिया उस दौर में भारी फीचर फोन ला रही थीं और सॉफ्टवेयर से जुड़े बदलाव नहीं कर पा रही थीं। ब्लैकबेरी के पास एक वक्त करीब 50 प्रतिशत अमेरिकी मोबाइल फोन मार्केट शेयर और करीब 20 प्रतिशत ग्लोबल फोन मार्केट शेयर था। बता दें, ब्लैकबेरी मेसेंजर भी कंपनी के फोन बिकने की बड़ी वजह हुआ करता था।
आईफोन लॉन्च ने बदल दिया पूरा मार्केट
साल 2007 में ऐपल फाउंडर स्टीव जॉब्स पहला आईफोन लेकर आए, जिसका सॉफ्टवेयर और डिजाइन दोनों ब्लैकबेरी फोन्स से बेहतर थे। आईफोन में ब्लैकबेरी के मुकाबले बड़ी स्क्रीन, बेहतर यूजर्स इंटरफेस (UI) और सॉफ्टवेयर के साथ QWERTY कीपैड दिया गया था। सबसे बड़ी बात यह रही कि ऐपल ने बिजनेस क्लास के बजाय आम यूजर्स के लिए यह फोन उतारा था। आईफोन यूजर फ्रेंडली था और आम लोगों को छोटी स्क्रीन पर इंटरनेट से जोड़ने का काम कर रहा था।
बिजनेस और कॉर्पोरेट यूजर्स के भरोसे रही ब्लैकबेरी
ब्लैकबेरी ने ऐपल की ओर से लॉन्च किए गए पहले आईफोन से जुड़ी संभावनाओं को परखने में गलती की। कंपनी को लगा कि उसे आईफोन से कोई खतरा नहीं है क्योंकि उसके डिवाइस इस्तेमाल करने वाला बिजनेस और इंटरप्राइज क्लास अब भी फिजिकल QWERTY कीपैड चाहता है। आईफोन को उसके मौजूदा यूजरबेस के लिए किसी खतरे की तरह ना देखना, ब्लैकबेरी की सबसे बड़ी गलती साबित हुआ। कंपनी ने वक्त पर अपनी रणनीति में बदलाव करने का मौका गंवा दिया।
एंड्रॉयड फोन्स ने ताबूत में ठोंकी आखिरी कील
आईफोन लॉन्च के एक साल बाद एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम आधारित स्मार्टफोन्स पहली बार मार्केट में आए, जिन्हें यूजर्स ने हाथों-हाथ लिया। फीचर फोन्स बनाने वाली सैमसंग और मोटोरोला जैसी कंपनियों ने एंड्रॉयड को अपनाया और आम यूजर्स के लिए कम कीमत पर स्मार्ट फीचर्स वाले फोन लेकर आईं। व्हाट्सऐप ने ब्लैकबेरी मेसेंजर (BBM) की जगह ली और यूजर्स के पास ब्लैकबेरी फोन खरीदने की कोई वजह नहीं बची। बिजनेस यूजर्स ने भी प्रीमियम आईफोन्स खरीदना बेहतर समझा।
कंपनी ने बहुत देर से की वापसी की कोशिश
जब तक ब्लैकबेरी आईफोन और एंड्रॉयड फोन्स की वजह से बदले मार्केट को समझ पाती, उसका यूजरबेस लगभग खत्म हो चुका था। साल 2013 की शुरुआत में कंपनी टचस्क्रीन फोन्स के लिए रीडिजाइन्ड सॉफ्टवेयर ब्लैकबेरी 10 लेकर आई। हालांकि, बड़ा मार्केट एंड्रॉयड और iOS के पास होने के चलते ऐप डिवेलपर्स ने ब्लैकबेरी 10 के लिए ऐप्स बनाने में रुचि नहीं ली। ब्लैकबेरी के फोन्स में लोकप्रिय ऐप्स ना मिलने के चलते बचे-खुचे यूजर्स ने भी उनसे तौबा कर ली।
2020 में बंद हुआ प्रोडक्शन
थक-हारकर ब्लैकबेरी खुद भी फिजिकल QWERTY कीपैड वाले एंड्रॉयड फोन लेकर आई, लेकिन उनका मार्केट तैयार नहीं हो सका। कुछ वक्त तक चाइनीज कंपनी TCL ने ब्लैकबेरी ब्रैंडिंग वाले फोन बनाए लेकिन अगस्त, 2020 के बाद उनका प्रोडक्शन पूरी तरह बंद हो चुका है।
'अभी हम खत्म नहीं हुए हैं'
ब्लैकबेरी की हार्डवेयर पार्टनर कंपनी ऑनवर्डमोबिलिटी ने अपनी वेबसाइट पर साफ लिखा है कि 'अभी हम खत्म नहीं हुए हैं।' TCL के साथ पार्टनरशिप खत्म होने के बाद ब्लैकबेरी फोन बनाने का जिम्मा ऑनवर्डमोबिलिटी को सौंपा गया, जिसने अभी हार नहीं मानी है। पहले फिजिकल QWERTY कीपैड वाला एक 5G ब्लैकबेरी फोन 2021 में आने वाला था, लेकिन अब इसे 2022 में लॉन्च किया जा सकता है। हालांकि, नया फोन ब्लैकबेरी OS सॉफ्टवेयर के बजाय एंड्रॉयड आधारित हो सकता है।