NewsBytes Hindi
    English Tamil Telugu
    अन्य
    चर्चित विषय
    क्रिकेट समाचार
    नरेंद्र मोदी
    आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस
    राहुल गांधी
    #NewsBytesExplainer
    IPL 2025
    ऑपरेशन सिंदूर
    English Tamil Telugu
    NewsBytes Hindi
    User Placeholder

    Hi,

    Logout

    देश
    राजनीति
    दुनिया
    बिज़नेस
    खेलकूद
    मनोरंजन
    टेक्नोलॉजी
    करियर
    अजब-गजब
    लाइफस्टाइल
    ऑटो
    एक्सक्लूसिव
    विज़ुअल खबरें

    एंड्राइड ऐप डाउनलोड

    हमें फॉलो करें
    • Facebook
    • Twitter
    • Linkedin
    होम / खबरें / देश की खबरें / किसान आंदोलन पर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की टिप्पणियों को विदेश मंत्रालय ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया
    अगली खबर
    किसान आंदोलन पर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की टिप्पणियों को विदेश मंत्रालय ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया

    किसान आंदोलन पर अंतरराष्ट्रीय हस्तियों की टिप्पणियों को विदेश मंत्रालय ने दुर्भाग्यपूर्ण बताया

    लेखन प्रमोद कुमार
    Feb 03, 2021
    02:45 pm

    क्या है खबर?

    बीते दिन किसान आंदोलन के समर्थन में पॉप सिंगर रिहाना और जलवायु परिवर्तन कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग ने टिप्पणी की थी।

    उनके बाद कई और अतंरराष्ट्रीय हस्तियों और संस्थाओं ने किसानों का समर्थन करते हुए सोशल मीडिया पर पोस्ट डाली थीं। इनमें से कुछ पोस्ट वायरल हो चुकी हैं और इंटरनेट पर ट्रेंड कर रही हैं।

    इसी बीच भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस टिप्पणियों के संबंध में अपना बयान जारी किया है।

    आइये, जानते हैं कि इसमें क्या कहा गया है।

    बयान

    निहित स्वार्थी तत्व एजेंडा थोपना चाहते हैं- विदेश मंत्रालय

    बयान में कहा गया है कि भारत की संसद ने विचार-विमर्श के बाद सुधारवादी कानून पारित किए हैं। किसानों का एक छोटा समूह इनका विरोध कर रहा है। प्रदर्शनकारी किसानों की भावनाओं को सम्मान करते हुए सरकार ने उनके साथ बातचीत की प्रक्रिया शुरू की थी। सरकार ने इन कानूनों के अमल पर रोक लगाने का भी प्रस्ताव दिया है। यह देखना दुर्भाग्यपूर्ण है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्व एजेंडा थोपकर इन प्रदर्शनों को पटरी से उतारना चाहते हैं।

    बयान

    ऐसे तत्वों ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाया- मंत्रालय

    बयान में आगे कहा गया है कि कुछ निहित स्वार्थी तत्वों ने भारत के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश की है। ऐसे तत्वों से प्रेरित होकर दुनिया के कई हिस्‍सों में महात्मा गांधी की मूर्तियों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। यह भारत के लिए और हर सभ्य समाज के लिए बेहद परेशान करने वाली बात है।

    मंत्रालय ने आगे कहा कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों से निपटने में अत्यंत धैर्य का परिचय दिया।

    बयान

    'भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों के समर्थन में देखा जाए आंदोलन'

    विदेश मंत्रालय की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि इस प्रदर्शन को भारत के लोकतांत्रिक मूल्यों और नीतियों के संदर्भ में देखा जाना चाहिए। साथ ही सरकार और संबंधित किसान समूहों के इस गतिरोध को समाप्त करने के लिए किये जा रहे प्रयासों को भी देखना चाहिए।

    बयान में आगे कहा गया है कि ऐसे मुद्दों पर टिप्पणी करने से करने से पहले इसके तथ्यों को जानना चाहिए और मामले को पूरी तरह समझना चाहिए।

    बयान

    ऐसे बयान न तो सही और न ही जिम्मेदारीपूर्ण- मंत्रालय

    मंत्रालय ने बयान के आखिर में कहा है कि सनसनीखेज सोशल मीडिया हैशटैग और कमेंट्स से लुभाने का तरीका, खासकर जब मशहूर हस्तियों और अन्य लोगों द्वारा किया गया हो तो यह न तो सही है और न ही जिम्मेदारीपूर्ण है।'

    ट्विटर पोस्ट

    यहां देखिये विदेश मंत्रालय का बयान

    #IndiaTogether #IndiaAgainstPropaganda https://t.co/TfdgXfrmNt pic.twitter.com/gRmIaL5Guw

    — Anurag Srivastava (@MEAIndia) February 3, 2021

    समर्थन

    रिहाना और थनबर्ग ने क्या टिप्पणी की थी?

    मंगलवार को रिहाना ने दिल्ली के आसपास इंटरनेट बंद होने की खबर को शेयर करते हुए लिखा, 'हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं?' अपने ट्वीट में उन्होंने #FarmersProtest हैशटैग इस्तेमाल किया था।

    इसी तरह थनबर्ग ने भी इंटनरेट बंद होने वाली खबर शेयर करते हुए लिखा, 'हम भारत में हो रहे किसान आंदोलन के समर्थन में खड़े हैं।'

    अमेरिका की उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी ने भी टिप्पणी की है।

    जानकारी

    भारतीय हस्तियों से किसानों का साथ देने की मांग

    रिहाना के बाद दूसरी और भी कई अंतरराष्ट्रीय हस्तियों और संस्थाओं के अधिकारियों ने किसान आंदोलन को लेकर ट्वीट किए थे। दूसरी तरफ भारत में भी लोग टैग कर फिल्मी हस्तियों से इस बारे में बोलने की मांग करने लगे।

    किसान आंदोलन

    किसान आंदोलन में फिलहाल क्या चल रहा है?

    सुप्रीम कोर्ट इन तीनों कानूनों के अमल पर अस्थायी रोक लगा चुका है।

    दूसरी तरफ सरकार और किसानों के बीच कई दौर की बातचीत के बाद गतिरोध का हल नहीं निकल सका है।

    सरकार संशोधन को तैयार है, लेकिन किसान कानून रद्द कराने की मांग पर अड़े हैं। किसानों ने अपनी मांगों को लेकर ट्रैक्टर परेड निकाली थी, जिसमें जमकर हिंसा हुई।

    अब किसानों ने 6 फरवरी को तीन घंटे तक देशभर में चक्का जाम का आह्वान किया है।

    Facebook
    Whatsapp
    Twitter
    Linkedin
    सम्बंधित खबरें
    ताज़ा खबरें
    भारत सरकार
    किसान आंदोलन
    रिहाना
    कृषि कानून

    ताज़ा खबरें

    IPL: किसी एक सीजन में 30 या उससे अधिक छक्के देने वाले गेंदबाज इंडियन प्रीमियर लीग
    भाजपा का कर्नल सोफिया कुरैशी और व्योमिका सिंह को प्रचार अभियान में शामिल करने से इनकार भाजपा समाचार
    बांग्लादेश के सुप्रीम कोर्ट ने जमात-ए-इस्लामी का पंजीकरण बहाल किया, चुनाव लड़ने का रास्ता साफ बांग्लादेश
    महिंद्रा की SUV बिक्री में 21 फीसदी की बढ़ोतरी, जानिए कितनी बिकीं  महिंद्रा एंड महिंद्रा

    भारत सरकार

    कोरोना वायरस: देश की पहली संक्रमित छात्रा की हालत में हुआ सुधार, जल्द जा सकेगी घर चीन समाचार
    CAA के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचा UN का संगठन, भारत ने कहा- हमारा आंतरिक मसला विदेश मंत्रालय
    देश में 52 जगहों पर होगी कोरोना वायरस के संक्रमण की जांच, जानिए पूरी जानकारी भारत की खबरें
    कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए भारत के प्रयासों को WHO ने बताया बेहद प्रभावशाली चीन समाचार

    किसान आंदोलन

    किसानों के समर्थन में जंतर-मंतर पर सड़क किनारे सो रहे पंजाब कांग्रेस के चार नेता दिल्ली
    प्रधानमंत्री मोदी की किसानों से हाथ जोड़कर अपील, कहा- हर मुद्दे पर चर्चा के लिए तैयार मध्य प्रदेश
    कृषि कानूनों की प्रतियां फाड़ने को लेकर भाजपा ने केजरीवाल के खिलाफ दर्ज कराई शिकायत दिल्ली
    किसान आंदोलन के समर्थन के लिए नासिक से दिल्ली के लिए रवाना हुए 5,000 किसान दिल्ली

    रिहाना

    किसानों को मिला अंतरराष्ट्रीय हस्तियों का साथ, रिहाना और थनबर्ग समर्थन में उतरीं किसान आंदोलन

    कृषि कानून

    सरकार का कृषि कानूनों पर अस्थायी रोक लगाने का प्रस्ताव, आज विचार करेंगे किसान संगठन दिल्ली
    सिंघु बॉर्डर से किसानों ने पकड़ा संदिग्ध, किसान नेताओं को मारने की साजिश का दावा दिल्ली
    ट्रैक्टर परेड से पहले बैरिकेडिंग तोड़ दिल्ली में घुसे किसान, दागे गए आंसू गैस के गोले दिल्ली
    ट्रैक्टर परेड: लाल किले के अंदर घुसे किसान, कई जगहों पर पुलिस के साथ झड़प दिल्ली पुलिस
    पाकिस्तान समाचार क्रिकेट समाचार नरेंद्र मोदी आम आदमी पार्टी समाचार अरविंद केजरीवाल राहुल गांधी फुटबॉल समाचार कांग्रेस समाचार लेटेस्ट स्मार्टफोन्स दक्षिण भारतीय सिनेमा भाजपा समाचार बॉक्स ऑफिस कलेक्शन कोरोना वायरस रेसिपी #NewsBytesExclusive ट्रैवल टिप्स IPL 2025
    हमारे बारे में प्राइवेसी पॉलिसी नियम हमसे संपर्क करें हमारे उसूल शिकायत खबरें समाचार संग्रह विषय संग्रह
    हमें फॉलो करें
    Facebook Twitter Linkedin
    All rights reserved © NewsBytes 2025