डार्क धूमकेतु क्या होते हैं और इससे पृथ्वी को खतरा है?
क्या है खबर?
धूमकेतु सौरमंडल के आकाशीय पिंड होते हैं, जो बर्फ, गैस और धूल से बने होते हैं। जब ये सूर्य के पास आते हैं, तो इनमें गैस और धूल का उत्सर्जन होता है, जिससे एक चमकदार पूंछ बनती है।
डार्क धूमकेतु भी सामान्य धूमकेतु जैसे होते हैं, लेकिन इनकी कोई चमकदार पूंछ नहीं होती। इनकी सतह पर कार्बन और धूल की काली परत होती है, जिससे यह चमकदार दिखाई नहीं देते और इनका पहचान करना कठिन हो जाता है।
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डार्क धूमकेतु का पता लगाना है कठिन
डार्क धूमकेतु की पहचान मुश्किल होती है, क्योंकि इनमें न तो चमकीली सतह होती है और न ही कोई चमकदार पूंछ। इसके कारण, पारंपरिक ऑप्टिकल दूरबीनों से इन्हें देखना कठिन होता है।
जब ये पृथ्वी के पास आते हैं, तो इनकी पहचान में देरी हो सकती है, जिससे खतरा बढ़ सकता है। इनकी पहचान के लिए खगोलविद इंफ्रारेड दूरबीनों का उपयोग करते हैं, जो इनसे निकलने वाली गर्मी का पता लगाते हैं।
खतरा
क्या डार्क धूमकेतु से पृथ्वी को खतरा हो सकता है?
डार्क धूमकेतु पृथ्वी से टकराने की संभावना कम होती है, लेकिन उनकी अदृश्यता के कारण, अगर ये पृथ्वी के पास आते हैं, तो इनसे खतरा हो सकता है।
खगोलविदों ने हाल ही में 7 नए डार्क धूमकेतुओं की पहचान की है, जो यह संकेत देते हैं कि इनका अस्तित्व पहले से अधिक सामान्य हो सकता है।
इनकी पहचान करने की प्रक्रिया और इनसे होने वाले संभावित खतरे को कम करने के लिए विज्ञान में प्रगति हो रही है।