अमेरिकी न्याय विभाग चाहती है गूगल बेच दे क्रोम ब्राउजर, जानिए क्यों
अमेरिकी न्याय विभाग (DOJ) की योजना है कि वह गूगल को अपने क्रोम वेब ब्राउजर को बेचने के लिए मजबूर करे। यह कदम अगस्त में आए उस फैसले के बाद उठाया जा रहा है, जिसमें गूगल को ऑनलाइन खोज बाजार में एकाधिकार करने का दोषी ठहराया गया था। DOJ न केवल क्रोम को बेचे जाने की मांग कर रहा है, बल्कि वह गूगल की आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और एंड्रॉयड ऑपरेटिंग सिस्टम से जुड़े कदमों पर भी विचार कर रहा है।
गूगल ने मामले पर क्या कहा?
गूगल का क्रोम ब्राउजर, जो इंटरनेट सर्फिंग और विज्ञापनों के लिए मुख्य उपकरण है, ब्राउजर बाजार में लगभग दो-तिहाई हिस्से पर काबिज है, जबकि अमेरिका में यह 61 प्रतिशत बाजार हिस्सेदारी रखता है। DOJ के कदम पर गूगल की उपाध्यक्ष ली-ऐनी मुलहोलैंड ने कहा कि यह एक कट्टरपंथी कदम है, जो कानूनी मुद्दों से कहीं आगे जाता है और उपभोक्ताओं को नुकसान पहुंचा सकता है। यह कदम अमेरिकी सरकार के तकनीकी एकाधिकार पर कड़ा रुख है।
गूगल फैसले के खिलाफ करेगा अपील
गूगल ने कहा है कि वह अगस्त, 2025 तक अमेरिकी न्यायाधीश के फैसले के खिलाफ अपील करेगी। अप्रैल में उपायों पर सुनवाई होगी। सरकार चाहती है कि गूगल अपने एंड्रॉयड सिस्टम को अन्य उत्पादों से अलग कर दे, जैसे सर्च और गूगल प्ले स्टोर। इसके अलावा, गूगल से कहा गया है कि वह सर्च डाटा और परिणामों को लाइसेंस करे और सर्च के लिए वेबसाइटों को AI प्रशिक्षण से बाहर करने की अनुमति दे।