लड़कियों की तुलना में दोगुने लड़के इंटरनेट पर ढूँढ रहे शादी के रिश्ते, तमिलनाडु सबसे आगे
क्या है खबर?
शादी-विवाह जीवन का अहम हिस्सा है। आज के समय में शादी के लिए अच्छा रिश्ता खोजना सबसे मुश्किल काम है।
लोगों के पास समय की कमी है, इस वजह से ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर जीवनसाथी ढूँढने की रफ़्तार बढ़ी है।
आपको जानकर हैरानी होगी कि ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर महिलाओं की तुलना में दोगुने से ज़्यादा पुरुष रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं।
2018 तक शादी के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन 69 प्रतिशत पुरुषों ने तो केवल 31 प्रतिशत महिलाओं ने करवाया।
शादी
फ़ाइनेंशियल, IT और इंजीनियरिंग क्षेत्र के युवा कर रहे सबसे ज़्यादा रजिस्ट्रेशन
एक शोध के अनुसार मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स पर सबसे ज़्यादा रजिस्ट्रेशन फ़ाइनेंशियल बैकग्राउंड, IT और इंजीनियरिंग क्षेत्र के युवा कर रहे हैं।
देश में तेज़ी से दूसरी शादी का चलन भी बढ़ रहा है। शादी डॉट कॉम जैसी वेबसाइट्स पर लगभग 10 प्रतिशत लोग दूसरी शादी के लिए रजिस्ट्रेशन कर रहे हैं।
वहीं लगभग 35 प्रतिशत शादियों के लिए ऑनलाइन आवेदन छोटे शहरों और ग्रामीण क्षेत्रों से हो रहे हैं। देश में हर साल लगभग एक करोड़ शादियाँ होती हैं।
जानकारी
आने वाले समय में बढ़ सकता है ऑनलाइन मैट्रिमोनियल सर्च का बाज़ार
इंडस्ट्री चैंबर एसोचैम के मुताबिक़ साल 2017-18 तक देश में ऑनलाइन मैट्रिमोनियल सर्च का बाज़ार लगभग Rs. 2,400 करोड़ का था। जो आने वाले समय में 2020 तक लगभग Rs. 6,000 करोड़ तक हो सकता है।
मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स
कुल शादियों में 10 प्रतिशत से भी कम की हिस्सेदारी है ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स की
केन रिसर्च के अनुसार भारत के अन्य राज्यों के मुक़ाबले मैट्रिमोनियल साइट्स पर सबसे ज़्यादा तमिलनाडु से रजिस्ट्रेशन होते हैं।
वहीं हर साल देश में होने वाली कुल शादियों में लगभग 10 प्रतिशत से भी कम हिस्सेदारी ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स की है, जो आने वाले दिनों में बढ़ने वाली है।
अमेरिका, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, न्यूजीलैंड और मिडिल ईस्ट के देशों में रहने वाले लोग वर-वधू ढूँढने के लिए सबसे ज़्यादा मैट्रिमोनियल वेबसाइट्स का इस्तेमाल करते हैं।
तलाकशुदा
सुरक्षा से जुड़े और तलाकशुदा लोगों के लिए हैं अलग-अलग वेबसाइट्स
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि www.matrimony.com एक प्रमुख ऑनलाइन मैट्रिमोनियल वेबसाइट है। इसकी शुरुआत 2001 से हुई थी।
इसकी कई अन्य वेबसाइट्स भी हैं। सुरक्षा से जुड़े और तलाकशुदा लोगों के लिए अलग-अलग वेबसाइट्स हैं।
हालाँकि www.shaadi.com 1996 में स्थापित हुई थी। इस पर लगभग 3.5 करोड़ लोगों की पहुँच है। अगर www.jeevansathi.com की बात करें, तो 2015-16 तक 76 लाख प्रोफ़ाइल वेबसाइट पर लोड हो चुके थे।