TP-लिंक राउटर यूजर्स पर है साइबर हमले का खतरा, सरकार ने जारी की चेतावनी
क्या है खबर?
TP-लिंक के राउटर का उपयोग करने वाले यूजर्स पर साइबर हमले का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया दल (CERT-In) ने TP-लिंक राउटर में एक सुरक्षा दोष पाया गया है।
CERT-In के अनुसार, यह कमी रिमोट हमलावर को TP-लिंक से कनेक्ट सिस्टम में पहुंच प्रदान कर सकता है और कोई गलत कोड चलाने की अनुमति भी दे सकता है। यूजर्स को अपने राउटर पर सुरक्षा पैच चलाने की सलाह दी गई है।
कमी
इस वर्जन के राउटर में है कमी
CERT-In के अनुसार, यह कमी विशेष रूप से C5400X(EU)_V1_1.1.7 बिल्ड 20240510 से पहले के TP-लिंक आर्चर वर्जन को प्रभावित करती है। इस वर्जन के अतिरिक्त राउटर वर्तमान में सुरक्षित हैं।
CERT-In ने अपने चेतावनी में लिखा, "यह कमी TP-लिंक राउटर में 'रफ्टेस्ट' नामक बाइनरी में उपयोग किए गए विशेष तत्वों के अनुचित न्यूट्रलाइजेशन के कारण मौजूद है। यह बाइनरी एक नेटवर्क सेवा को उजागर करती है, जो गलत कमांड इंजेक्शन के लिए असुरक्षित है।"
सुरक्षा
कैसे रहें ऐसे हमले से सुरक्षित?
राउटर की कमियों से साइबर हमले से सुरक्षित रहने के लिए हमेशा अपना वाई-फाई का पासवर्ड मजबूत रखें और समय-समय पर उसे बदलते रहें।
राउटर से कनेक्ट डिवाइस की लिस्ट देखते रहें, क्योंकि कोई अनजान डिवाइस आपका डाटा चोरी कर सकता है।
अपने राउटर को नियमित तौर पर रीस्टार्ट करते रहें, जिससे सुरक्षा जोखिम का खतरा कम हो जाए। कनेक्ट डिवाइस में फायरवॉल और सभी सिक्योरिटी फीचर्स को हमेशा चालू रखें।