रूस की रैंसमवेयर समूह लॉकबिट ने ली ग्रैन्यूल्स इंडिया पर हुए साइबर हमले की जिम्मेदारी
क्या है खबर?
भारतीय फार्मास्युटिकल दिग्गज ग्रैन्यूल्स इंडिया पर साइबर हमले की खबर कुछ दिनों से चर्चा में है।
अब रूस से जुड़े रैंसमवेयर समूह लॉकबिट ने दिग्गज ग्रैन्यूल्स इंडिया पर साइबर हमले की जिम्मेदारी ली है।
टेकक्रंच के अनुसार, लॉकबिट की डार्क वेब लीक साइट ने बुधवार को ग्रैन्यूल्स इंडिया को अपने नवीनतम टारगेट में से एक के रूप में सूचीबद्ध किया।
हैंडसम वेयर समूह ने कथित रूप से चुराए गए डाटा के कुछ हिस्सों को प्रकाशित भी किया है।
लॉकबिट
2020 में सामने आया था लॉकबिट
रैंसमवेयर समूह लॉकबिट को पहली बार जनवरी, 2020 में रूसी भाषा-आधारित साइबर अपराध से जुड़े प्लेटफॉर्म पर देखा गया था।
अमेरिका, यूनाइटेड किंगडम (UK), ऑस्ट्रेलिया और कनाडा समेत कुछ अन्य देशों द्वारा जारी एक संयुक्त रिपोर्ट के अनुसार, लॉकबिट 2022 और 2023 में अब तक दुनियाभर में सबसे अधिक तैनात रैंसमवेयर के रूप में उभरा है।
लॉकबिट ने 2020 के बाद से अमेरिका में लगभग 1,700 हमले किये और लगभग 745 करोड़ रुपये की फिरौती ली है।
ग्रैन्यूल्स इंडिया
ग्रैन्यूल्स इंडिया 80 से अधिक देशों में देती है सेवा
ग्रैन्यूल्स इंडिया भारत की सबसे बड़ी दवा निर्माता कंपनियों में से एक है, जिसकी स्थापना 1984 में हुई थी।
इस कंपनी का मुख्यालय हैदराबाद में स्थित है। यह पेरासिटामोल, इबुप्रोफेन और मेटफॉर्मिन जैसी कई सामान्य ऑफ-पेटेंट दवाओं का उत्पादन करती है।
ग्रैन्यूल्स इंडिया की वेबसाइट पर उपलब्ध विवरण के अनुसार, कंपनी दुनियाभर के 80 से अधिक देशों में अपने सेवाएं देती है।
बता दें, इस साइबर हमले को लेकर कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है।