साइबर हमलावरों के निशाने पर इस साल रहे ये सेक्टर, भारत सहित दुनियाभर में बढ़े हमले
इस साल के पहले 3 महीनों में भारत में साइबर हमलों की संख्या में तेज वृद्धि देखी गई है। एक रिसर्च फर्म के डाटा से पता चला है कि इस तिमाही में भारत में साप्ताहिक हमलों में 18 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। भारत में साइबर अपराधियों के निशाने पर सबसे ज्यादा बीमा सेक्टर रहा। जान लेते हैं कि 2023 में भारत के साथ वैश्विक स्तर पर कौन-से सेक्टर अपराधियों के निशाने पर सबसे ज्यादा रहे।
भारत में बीमा सेक्टर पर सबसे अधिक साइबर हमले
वैश्विक स्तर पर साप्ताहिक साइबर हमलों में 7 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। प्रति सप्ताह औसतन 1,248 साइबर हमले हुए। सालाना आधार पर एशिया प्रशांत क्षेत्र में साइबर हमलों के मामले में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है। एशिया प्रशांत क्षेत्र (APAC) में 16 प्रतिशत या एक सप्ताह में औसतन 1,835 हमले बढ़े हैं। एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत में BFSI क्षेत्र और खासतौर से बीमा से जुड़ी कंपनियां साइबर हमलावरों के सबसे अधिक निशाने पर थीं।
बीमा सेक्टर में वैश्विक स्तर हुआ 4 प्रतिशत साइबर अटैक
भारत में बीमा सेक्टर की कुल वेबसाइटों में से 11 प्रतिशत वेबसाइटों पर साइबर हमले किए गए। बीमा क्षेत्र में वैश्विक स्तर पर औसतन 4 प्रतिशत हमला हुआ। बीमा उद्योग पर सबसे अधिक हमले हुए। इसमें अन्य सभी उद्योगों की तुलना में 12 गुना अधिक हमले हुए। बीमा उद्योगों से जुड़ी साइटों में प्रति साइट पर लगभग 9,95,455 हमले हुए। अन्य सभी उद्योगों की बात करें तो उनमें प्रति साइट 83,264 साइबर हमले हुए।
वैश्विक स्तर पर शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र को बनाया निशाना
वैश्विक स्तर पर शिक्षा और अनुसंधान क्षेत्र से जुड़ी वेबसाइटें साइबर अपराधियों के निशाने पर सबसे ज्यादा रहीं। इनमें प्रति सप्ताह 2,500 से अधिक हमले हुए। इसके बाद सरकार और सैन्य क्षेत्र में 1,700 से अधिक हमले हुए। रिटेल सेक्टर में 40 प्रतिशत हमले देखे गए और हेल्थकेयर सेक्टर में 22 प्रतिशत साइबर हमले हुए। ये साइबर हमले रैंसमवेयर जैसे डिस्ट्रीब्यूटेड डिनायल ऑफ सर्विस (DDoS) हमलों के बजाय 99 प्रतिशत हमले बॉटनेट के जरिए प्रोब अटैक जैसे हमले थे।
ChatGPT जैसे टूल इस्तेमाल करने की तैयारी में साइबर हमलावर
बॉट के हमलों से बैंकिंग और हेल्थ सेक्टर सबसे अधिक प्रभावित हुए। बैंकिंग सेक्टर कस्टम रूल पर निर्भर करता है। कस्टम रूल के जरिए बैंकिंग सेक्टर के 50 प्रतिशत से अधिक हमले रोके गए। वैश्विक स्तर पर 100 करोड़ साइबर हमले हुए। इनमें 2023 की पहली तिमाही में 50 करोड़ से अधिक हमले ब्लॉक किए गए। चेकप्वाइंट की रिपोर्ट के मुताबिक, अपराधी साइबर अटैक लॉन्च करने के लिए ChatGPT जैसे टूल से कोड जनरेट करने के तरीके तलाश रहे हैं।
औसतन 1 कंपनी को हर हफ्ते रैंसमवेयर का करना पड़ा सामना
2023 की पहली तिमाही में वैश्विक साप्ताहिक हमले पिछले साल की समान तिमाही की तुलना में 7 प्रतिशत बढ़ गए। प्रत्येक कंपनी को औसतन 2,108 साप्ताहिक साइबर हमलों का सामना करना पड़ा। APAC क्षेत्र में साप्ताहिक हमलों में सबसे अधिक वृद्धि देखी गई। प्रति कंपनी औसतन 1,835 हमलों के साथ 16 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। दुनियाभर में औसतन हर 31 में से 1 कंपनी को हर हफ्ते रैंसमवेयर अटैक का सामना करना पड़ता है।