IBM ने लॉन्च किया नया AI और डाटा प्लेटफॉर्म, इस वजह से हो सकता है सफल
क्या है खबर?
इंटरनेशनल बिजनेस मशीन्स (IBM) ने मंगलवार को एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और डाटा प्लेटफॉर्म वॉट्सनएक्स लॉन्च किया है। इसे कंपनियों के लिए उनके बिजनेस में AI को इंटीग्रेट करने के लिए लॉन्च किया गया है।
कंपनी का यह नया AI प्लेटफॉर्म एक दशक से भी अधिक समय बाद आया है। इससे पहले IBM का वॉट्सन नाम का सॉफ्टवेयर जियोपार्डी नाम के गेम शो को जीतने से चर्चित हुआ था।
आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
वॉटसन
IBM के पुराने AI मॉडल को इस्तेमाल करने की ज्यादा थी लागत
वॉट्सन की लॉन्चिंग के वक्त IBM ने कहा था कि ये इंसानी भाषा को सीख सकता है और उसे प्रॉसेस कर सकता है। हालांकि, तब वॉट्सन की लागत काफी ज्यादा थी।
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, लागत ज्यादा होने की वजह से कंपनियों के लिए इसका उपयोग करना एक चुनौती थी।
अब लगभग एक दशक बाद हर जगह ChatGPT छाया हुआ है और कंपनियां इसे तेजी से इस्तेमाल करने की तरफ बढ़ रही हैं।
मॉडल
AI के बिजनेस में पैर जमाना चाहती है IBM
इस बीच IBM अब AI के इस नए बिजनेस में अपने पैर जमाना चाह रही है।
IBM के CEO अरविंद कृष्णा के हवाले से रॉयटर्स ने बताया कि इस बार बड़े लैंग्वेज AI मॉडल को अपनाने की कीमत कम होने के चलते IBM को सफलता की उम्मीद ज्यादा लग रही है।
उन्होंने कहा कि जब कोई चीज 100 गुना सस्ती हो जाती है तो यह एक आकर्षण पैदा करती है।
डिजाइन
पहला मॉडल होता है कठिन- कृष्णा
कृष्णा के मुताबिक, पहला मॉडल बनाना कठिन है, लेकिन जब एक बार आप ऐसा कर लेते हैं तो उस मॉडल को 100 या 1,000 अलग-अलग कार्यों के लिए अनुकूलित करना बहुत आसान होता है।
उनके मुताबिक, तैयार हुए मॉडल को अलग-अलग टास्क के हिसाब से डिजाइन करना इतना आसान होता है कि इसे बिना किसी एक्सपर्ट के जरिए भी किया जा सकता है।
उन्होंने कर्मचारियों की जगह AI के इस्तेमाल करने के IBM के प्लान के बारे में भी बताया।
जानकारी
ऑटोमैटिक तरीके से कोड जनरेट करता है नया मॉडल
IBM ने कहा कि कंपनियां AI मॉडल को ट्रेनिंग देने और उन्हें डिप्लॉय करने के लिए वॉट्सनएक्स प्लेटफॉर्म का उपयोग कर सकती हैं। ये नैचुरल लैंग्वेज मॉडल का इस्तेमाल कर विभिन्न कार्यों के लिए ऑटोमैटिक तरीके से कोड जनरेट कर सकता है।
नौकरी
कर्मचारियों की संख्या कम करने की तैयारी में IBM
कुछ दिन पहले ही IBM के CEO ने ब्लूमबर्ग को दिए एक इंटरव्यू में कहा था कि वह अपने ऑफिस के कुछ टीमों के कर्मचारियों की संख्या को लगभग एक तिहाई तक कम करने की तैयारी में हैं।
उनके मुताबिक, AI के चलते अब कई टीम ऐसी हैं, जहां कर्मचारियों की जरूरत नहीं है।
कृष्णा ने कहा कि उनकी कंपनी ऐसे लोगों को काम पर रखने पर रोक लगाएगी, जो काम AI के जरिए किए जा सकते हैं।
पेरोल
कर्मचारियों को AI से रिप्लेस करेगी IBM
कृष्णा ने यह भी कहा था कि आने वाले कुछ सालों में IBM अपने पेरोल वाली लगभग 7,800 नौकरियों को कम कर देगी।
उनके मुताबिक, 5 सालों में कंपनी के लगभग 30 प्रतिशत कर्मचारियों को AI से रिप्लेस किए जाने की उम्मीद है।
IBM के एक प्रवक्ता ने कहा था कि कंपनी बैक ऑफिस कर्मचारियों या ऐसी नौकरियों के लिए लोगों को नियुक्त करने में बहुत ध्यान दे रही है, जिनका IBM के ग्राहकों या टेक्नोलॉजी से संबंध नहीं है।