UPI के जरिए दूसरे को भेज दिया पैसा? रिवर्स करने का ये है तरीका
क्या है खबर?
यूनिफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) ने डिजिटल लेनदेन को आसान बनाने में बड़ी भूमिका निभाई है।
फोनपे, गूगलपे और पेटीएम आदि से लेनदेन करते समय कई बार कुछ लोग गलती से दूसरे को पैसा भेज देते हैं या अनाधिकृत भुगतान कर देते हैं।
UPI की देखरेख करने वाले नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NCPI) इन समस्याओं से निपटने के लिए UPI ऑटो-रिवर्सल सिस्टम बनाया है।
आइये जानते हैं कि इसे कैसे इस्तेमाल किया जा सकता है।
लेनदेन
सिर्फ ऐसे लेनदेन को किया जा सकता है रिवर्स
UPI लेनदेन तेज गति से होता है, जिससे पैसा ट्रांसफर होने के बाद प्रक्रिया को अनडू या रिवर्स करना मुश्किल होता है, लेकिन विशिष्ट स्थितियों में यूजर्स UPI लेनदेन को रिवर्स करने का अनुरोध कर सकते हैं।
हालांकि, इसकी कुछ शर्तें समझ लेना जरूरी है कि कब आप रिवर्स का अनुरोध कर सकते हैं।
एक बात का ध्यान रखें कि सिर्फ उसी लेनदेन को रिवर्स किया जा सकता है, जिसमें पेमेंट पेंडिंग हो या पेमेंट सफल नहीं हुई हो।
रिवर्स
इन स्थितियों में रिवर्स के लिए कर सकते हैं अनुरोध
जिन स्थितियों में आप लेनदेन को रिवर्स करने का अनुरोध कर सकते हैं उनमें पहली यह है कि यदि आपने गलती से गलत UPI ID या मोबाइल नंबर पर पैसे भेज दिए हैं तो आप इसे वापस करने का अनुरोध कर सकते हैं।
दूसरा यदि कोई ऐसा लेनदेन दिखा, जिसे आपने अधिकृत नहीं किया है तो तुरंत अपने बैंक या UPI सेवा प्रदाता को इसकी सूचना देना जरूरी है।
ध्यान रखें कि सफल लेनदेन को रिवर्स नहीं कर पाएंगे।
प्रक्रिया
रिवर्स कराने की ये है प्रक्रिया
अपने UPI लेनदेन को रिवर्स कराने के लिए सबसे पहले अपने बैंक या UPI सर्विस प्रदाता के ग्राहक सहायता केंद्र से संपर्क करें।
लेनदेन से जुड़ा ट्रांजैक्शन रेफरेंस नंबर, तिथि और राशि सहित जरूरी विवरण उन्हें प्रदान करें। ग्राहक सेवा कर्मचारी लेनदेन को रिवर्स करने में आपकी मदद करेंगे।
UPI लेनदेन के मुद्दों की तुरंत रिपोर्ट करना जरूरी है क्योंकि कुछ बैंक और UPI सेवा प्रदाता ऐसे अनुरोधों के लिए समयसीमा भी रखते हैं।
वापस
रिवर्सल सफल होने पर खाते में वापस आ जाएगा पैसा
यदि आपका लेनदेन रिवर्सल शर्तों को पूरा करता है और आपका बैंक या UPI सर्विस प्रदाता मंजूरी देता है तो वे UPI ऑटो-रिवर्सल प्रक्रिया शुरू कर देंगे।
हालांकि, अलग-अलग सर्विस प्रदाता और उनकी नीतियों के आधार पर प्रक्रिया में समय लग सकता है।
UPI ऑटो-रिवर्सल प्रक्रिया पूरी हो जाने पर आपको अपने बैंक या UPI सर्विस प्रदाता से पुष्टि प्राप्त होगी। यदि रिवर्सल सफल होता है तो पैसा खाते में वापस जमा कर दिया जाएगा।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस (जानकारी)
UPI एक ऐसा सिस्टम है जो कई बैंक अकाउंट्स को एक ही मोबाइल ऐप में शामिल कर बैंकिंग सुविधा, मर्चेंट पेमेंट, व्यक्तिगत लेनेदेन की सुविधा प्रदान करता है।
UPI यूजर का एक डिजिटल पेमेंट एड्रेस है। इसके जरिए कही भी और किसी भी समय लेनदेन किया जा सकता है।
NCPI ने 21 सदस्य बैंकों के साथ 11 अप्रैल, 2016 को भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तत्कालीन गवर्नर रघुराम राजन द्वारा इसका पायलट लॉन्च किया था।