ऑनलाइन लेनदेन करने वालों के अच्छे दिन, एक साल में पेमेंट्स 53 प्रतिशत बढ़े- RBI
क्या है खबर?
पिछले दो साल में आई कोरोना वायरस महामारी और इससे जुड़ी रुकावटों के बावजूद भारत में डिजिटल पेमेंट्स करने वाले बढ़े हैं।
पिछले 12 महीनों में भारत में ऑनलाइन पेमेंट ट्रांजैक्शंस का वॉल्यूम और वैल्यू दोनों बढ़े हैं।
अगर डिजिटल पेमेंट्स और रियल टाइम ग्रॉस सेटलमेंट्स (RTGS) दोनों को मिलाया जाए तो रोजाना कम से कम 21.79 लेनदेन किए गए।
यह बदलाव दिखाता है कि भारतीय मार्केट में खर्च करने की क्षमता पहले के मुकाबले बढ़ी है।
रिपोर्ट
RBI की ओर से दी गई जानकारी
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) में पेमेंट एंड सेटलमेंट सिस्टम्स के चीफ जनरल मैनेजर पी वासुदेवन ने भारत में पेमेंट्स से जुड़ा डाटा शेयर किया।
उन्होंने बताया कि पेमेंट्स ट्रांजैक्शंस में पिछले 12 महीनों में बढ़त की दर वॉल्यूम के मामले में 53 प्रतिशत ज्यादा रही।
वहीं, इस दौरान किए गए लेनदेन की वैल्यू के मामले में यह बढ़त 28 प्रतिशत दर्ज की गई।
वासुदेवन पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया की ओर से आयोजित इवेंट में बोल रहे थे।
डाटा
रोज 21.79 करोड़ पेमेंट्स ट्रांजैक्शंस
पिछले पांच साल के लिए कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) वॉल्यूम के मामले में 42 प्रतिशत रहा है, इस हिसाब से पिछले 12 महीनों में पांच साल के मुकाबले ज्यादा बढ़त देखने को मिली है।
वासुदेवन ने कहा, "आज हम रोजाना 21.79 करोड़ पेमेंट्स ट्रांजैक्शन प्रोसेस करते हैं। यह अच्छा है क्योंकि पिछले साल दिसंबर में ही हमने RTGS को 24x7x365 उपलब्ध कर दिया था। अब तक इसे बढ़ावा देने के लिए कई बदलाव किए जा चुके हैं।"
UPI
UPI की मदद से चार अरब का लेनदेन
सामने आया है कि यूनीफाइड पेमेंट इंटरफेस (UPI) की मदद से 12 महीने के अंदर वॉल्यूम के मामले में 3.65 अरब लेनदेन किए गए।
वहीं, वैल्यू की बात करें तो इसकी मदद से चार अरब रुपये का लेनदेन इस दौरान हुआ।
जुलाई से सितंबर, 2021 तिमाही में पिछले साल इसी तिमाही के मुकाबले UPI ने 103 प्रतिशत बढ़त वॉल्यूम में दिखाई है और वैल्यू में यह बढ़त 100 प्रतिशत की दर्ज की गई है।
आंकड़े
एकदूसरे को पैसे भेजने वाले यूजर्स ज्यादा
शेयर किए गए डाटा से पता चला है कि UPI की मदद से किए गए करीब 54 प्रतिशत लेनदेन P2P (पर्सन टू पर्सन) रहे, वहीं 46 प्रतिशत लेनदेन P2M (पर्सन टू मर्चेंट) किए गए।
वर्ल्डलाइन इंडिया की 'इंडिया डिजिटल पेमेंट्स रिपोर्ट Q3 2021' के मुताबिक, 30 नए बैंक साल 2021 की तीसरी तिमाही में UPI इकोसिस्टम का हिस्सा बने, जिसके बाद इससे जुड़े कुल बैंकों की संख्या सितंबर, 2021 तक 259 हो चुकी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
पेमेंट ऐप्स के यूजर्स की लिमिट पहले से तय
मार्केट में केवल एक UPI-आधारित पेमेंट ऐप का कब्जा ना हो, इसके लिए नेशनल पेमेंट्स कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की ओर से UPI के मार्केट शेयर पर लिमिट लगाई गई है।
NPCI का कहना है कि किसी एक पेमेंट ऐप या प्लेटफॉर्म के पास 30 प्रतिशत से ज्यादा मार्केट शेयर नहीं हो सकता।
बर्नस्टीन की रिपोर्ट से सामने आया है कि NPCI के मार्केट शेयर कैप के चलते फोनपे और गूगल पे ऐप्स को अपने यूजर्स कम करने होंगे।