अगले महीने से ही ATM से निकल सकेंगे PF का पैसा, जानिए कैसे करेगा काम
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के अधीन आने वाले नौकरीपेशा लोगों के लिए अगले महीने से अपनी भविष्य निधि (PF) का पैसा निकालना आसान होने वाला है। जनवरी, 2025 से PF अकाउंट धारक सीधे ATM मशीन से अपने PF खाते में जमा रकम निकाल सुविधा शुरू हो सकती है। ये निकासी एक स्पेशल कार्ड के जरिए होगी, जो बिल्कुल डेबिट कार्ड की तरह होगा। रिपोर्ट के मुताबिक, श्रम मंत्रालय इस पर काम कर रहा है।
कैसे होगी ATM से PF निकासी?
श्रम मंत्रालय PF निकासी को बैंक खाते से नकदी निकालने की तरह सहज बनाने के लिए अपने IT बुनियादी ढांचे में सुधार कर रहा है। इस सुविधा के शुरू होने के बाद कर्मचारियों को लंबी दावा दाखिल करने की प्रक्रिया से गुजरने या राशि निकालने के लिए इंतजार करने की जरूरत नहीं होगी। EPFO ने PF खातों को ATM-सपोर्ट सिस्टम से जोड़ने की योजना बनाई है। वे यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) या लिंक बैंक खाते से राशि तक पहुंच सकेंगे।
इस तरह से होगा प्रमाणीकरण
ATM से PF का पैसा निकालने में कई तरह का प्रमाणीकरण शामिल होगा, जिसमें पंजीकृत मोबाइल नंबर पर OTP भेजना, सुरक्षा सुनिश्चित करना और EPFO के दिशा-निर्देशों का अनुपालन सुनिश्चित करना। इस पहल का उद्देश्य सदस्यों द्वारा वर्तमान में सामना की जा रही देरी को समाप्त करते हुए क्लेम का तुरंत निपटान करना है। यह कदम भारत में सामाजिक सुरक्षा सेवाओं को आधुनिक बनाने के व्यापक प्रयास का हिस्सा है। इससे 64 करोड़ से अधिक लोगों को फायदा होगा।
पैसा निकालने की तय होगी लिमिट
श्रम मंत्रालय की सचिव सुमिता डावरा के मुकाबिक ये PF विड्रॉल कार्ड बैंकों द्वारा जारी किए जाने वाले डेबिट कार्ड की तरह ही होगा। इस कार्ड की मदद से EPFO सदस्य ATM में जाकर अपने PF खाते में जमा राशि काे निकाल सकेंगे। उन्होंने बताया कि PF खाते से पैसा निकालने की एक लिमिट होगी। EPFO सदस्य एक बार में अपने खाते में जमा अधिकतम 50 प्रतिशत राशि ही निकाल सकेंगे।
पहले के जैसे रहेंगे निकासी के नियम
श्रम मंत्रालय की सचिव ने कहा कि विड्रॉल के नियम पहले जैसे ही रहेंगे। अगर, कोई व्यक्ति एक महीने से बेरोजगार है तो वह अपने PF खाते में जमा 75 फीसदी राशि निकाल सकता है। 2 महीने बेरोजगार रहने के बाद वह अपने खाते में जमा सारे पैसे निकाल सकता है। उन्होंने कहा कि अभी भी PF सेटलमेंट की प्रक्रिया पहले के मुकाबले अब काफी आसान हो चुकी है और गैर-जरूरी प्रक्रिया को खत्म कर दिया गया है।