OpenAI ने ChatGPT के लिए लॉन्च किया 'डीप रिसर्च' टूल, इस तरह होगा उपयोगी
क्या है खबर?
OpenAI ने आज (3 फरवरी) अपने आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT के लिए एक नए टूल की घोषणा की है, जिसे 'डीप रिसर्च' कहा जाता है।
यह टूल जटिल प्रश्नों के लिए गहन शोध कर सकता है और बहु-स्तरीय प्रक्रिया अपनाकर यूजर को सटीक उत्तर देता है।
OpenAI का दावा है कि यह शोध विश्लेषक की तरह काम कर सकता है और डाटा खोजने, विश्लेषण करने और प्रस्तुत करने में सक्षम है। यह फिलहाल प्रो यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
खासियत
डीप रिसर्च टूल की खासियत
डीप रिसर्च सिर्फ टेक्स्ट जेनरेट करने तक सीमित नहीं है, बल्कि यह साइडबार में शोध प्रक्रिया का सारांश भी दिखाता है।
यह यूजर्स को संदर्भ और डाटा सोर्स की जानकारी देता है, ताकि वे उत्तर की प्रामाणिकता को परख सकें। यूजर्स टेक्स्ट, इमेज, PDF और स्प्रेडशीट जैसी फाइलें अपलोड कर सकते हैं, जिनका विश्लेषण करके यह टूल उत्तर तैयार करता है।
यह 5-30 मिनट में उत्तर देता है और भविष्य में इसमें एंबेडेड इमेज और चार्ट जोड़ने की योजना है।
उपयोग
डीप रिसर्च का उपयोग कैसे करें?
इस टूल का उपयोग करने के लिए यूजर्स को ChatGPT के प्रो, टीम या एंटरप्राइज प्लान में सदस्यता लेनी होगी, जिसमें प्रति माह 100 क्वेरीज की सीमा होगी।
यह खासकर पत्रकार, शोधकर्ता और विश्लेषक जैसे लोगों के लिए उपयोगी है, जो विस्तृत शोध की आवश्यकता रखते हैं।
OpenAI का कहना है कि डीप रिसर्च को अधिक कंप्यूटिंग पावर की जरूरत होती है, इसलिए भविष्य में इसका एक तेज और सस्ता वर्जन भी लाया जाएगा।
भविष्य
डीप रिसर्च की सटीकता और भविष्य
डीप रिसर्च टूल ने AI बेंचमार्क टेस्ट 'ह्यूमैनिटीज लास्ट एग्जाम' में 26.6 प्रतिशत की सटीकता हासिल की है, जो GPT-4o के 3.3 प्रतिशत से कहीं अधिक है।
OpenAI का दावा है कि यह टूल गूगल के प्रोजेक्ट मेरिनर रिसर्च प्रोटोटाइप के समान है, लेकिन फिलहाल प्रो यूजर्स के लिए उपलब्ध है।
भविष्य में, सभी भुगतान करने वाले यूजर्स के लिए उच्च दर की सीमाएं बढ़ाई जाएंगी और इसे और अधिक कुशल बनाया जाएगा।