नासा ने बृहस्पति के गेनीमेड चांद पर जीवन के लिए उपयोगी तत्वों को खोजा
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के जूनो मिशन ने बृहस्पति के सबसे बड़े चंद्रमा गेनीमेड पर खनिज तत्वों और कार्बनिक यौगिकों की उपस्थिति का खुलासा किया है। नेचर एस्ट्रोनॉमी में छपे नतीजे जूनो के ऑनबोर्ड स्पेक्ट्रोमीटर के डाटा का उपयोग करके प्राप्त किए गए थे। जूनो ने जून, 2021 में गेनीमेड की उड़ान भरी थी। माना जाता है कि गेनीमेड पर बर्फीले हिस्से के नीचे एक गहरा सागर छिपा हुआ है। इस वजह से गेनीमेड लंबे समय से रोचक बना है।
महासागर की संरचना के बारे में बढ़ी वैज्ञानिकों की समझ
नए नतीजे गेनीमेड की उत्पत्ति और इसके छिपे हुए महासागर की संरचना के बारे में वैज्ञानिकों की समझ और जानकारी में सुधार करने में मदद कर सकते हैं। जून में उड़ान के दौरान जूनो अंतरिक्ष यान गेनीमेड की सतह के 1,046 किलोमीटर के भीतर आ गया। जूनो में लगे स्पेक्ट्रोमीटर ने इंफ्रारेड स्पेक्ट्रोस्कोपी के लिए चांद की सतह की तस्वीरों और स्पेक्ट्रा को एक किलोमीटर प्रति पिक्सल से बेहतर कैप्चर किया था।
गेनीमेड पर इन पदार्थों की उपस्थिति की जानकारी
नासा के मुताबिक, इसने वैज्ञानिकों को बिना पानी वाले बर्फ मैटेरियल जैसे हाइड्रेटेड सोडिम क्लोराइड, अमोनियम क्लोराइड, सोडियम बाइकार्बोनेट आदि की विशेषताओं की पहचान और जांच करने में सक्षम बनाया। नासा के गैलीलियो, हबल और यूरोपीय दक्षिणी ऑब्जर्वेटरी के बड़े टेलिस्कोप के पूर्व अवलोकनों ने गेनीमेड पर साल्ट्स और अन्य कार्बनिक पदार्थों की उपस्थिति की जानकारी दी। हालांकि, उन अवलोकनों का स्पेशल रिज्यॉलूशन इन पदार्थों की उपस्थिति की प्रमाणिकता के लिए काफी कमजोर था।
जूनो के सह-जांचकर्ता ने कही यह बात
जूनो के सह-जांचकर्ता फेडरिको टोसी ने कहा कि अमोनियायुक्त साल्ट्स से पता चलता है कि गेनीमेड ने अपने निर्माण के दौरान अमोनिया को संघनित करने के लिए पर्याप्त ठंडी सामग्री जमा की होगी। उन्होंने कहा कि कार्बोनेट साल्ट्स कार्बन डाइऑक्साइड युक्त बर्फ के अवशेष हो सकते हैं। गेनीमेड का चुंबकीय क्षेत्र अपने भूमध्यरेखीय क्षेत्र को बृहस्पति से होने वाली उच्च ऊर्जा वाले कणों की बमबारी से बचाता है, जो साल्ट्स और कार्बनिक पदार्थों को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
जूनो के मुख्य जांचकर्ता ने क्या कहा?
जूनो के मुख्य जांचकर्ता स्कॉट बोल्टन ने कहा, "हमने चुंबकीय क्षेत्र द्वारा संरक्षित इलाकों में साल्ट्स और कार्बनिक पदार्थों की भारी उपस्थिति पाई।" इससे पता चलता है कि ये समुद्री नमकीन पानी का अवशेष है, जो इन जमे हुए तत्वों की सतह तक पहुंच गया।
बृहस्पति के 4 सबसे बड़े चंद्रमा में से एक है गेनीमेड
नासा का अनुमान है कि बृहस्तपति के पास 80-95 चांद है। गेनीमेड बृहस्पति के 4 सबसे बड़े चंद्रमा में से एक है। अन्य में यूरोपा, कैलिस्टो और Io शामिल हैं। जूनो ने यूरोपा की भी उड़ान भरी है। माना जाता है कि यूरोपा की बर्फीली परत के नीचे एक महासागर है। अंतरिक्ष यान ने शुरुआत में अक्टूबर, 2021 में और सितंबर, 2022 में यूरोपा का अलवोकन किया। 30, दिसंबर को बृहस्पति के चांद आयो के लिए अगली उड़ान योजना है।