अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन को तोड़ेंगी नासा और स्पेस-X, पृथ्वी पर क्या होगा असर?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा और स्पेस-X एक साथ मिलकर इस दशक के अंत में 450 टन वजनी अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) को नष्ट करने वाली है। एलन मस्क की अंतरिक्ष कंपनी इन दिनों ISS को नष्ट करने के लिए एक खास अंतरिक्ष यान बना रही है, जिसे 2029 तक लॉन्च किया जा सकता है। इस मिशन के तहत स्पेस-X का अंतरिक्ष यान ISS को तोड़ने में मदद करेगा और उसके मलबे को पृथ्वी पर गिराया जाएगा।
पृथ्वी पर क्या होगा इसका असर?
ISS का आकार किसी फुटबॉल मैदान के समान है, इसलिए जब पृथ्वी पर इसका मलबा गिरेगा तो इसके प्रभाव को लेकर कई आशंका जताई जा रही हैं। नासा ने पृथ्वी पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए ISS को खुले समुद्र में क्रैश करने का फैसला किया है। समुद्र में ISS का मलबा गिरने से किसी मानवीय नुकसान की आशंका तो खत्म हो जाती है, लेकिन समुद्री जीवों पर इसका मामूली असर पड़ सकता है।
क्यों तोड़ा जाएगा ISS?
ISS लगभग 450 टन वजनी की संरचना है, जिसे 1998 में बनाना शुरू किया गया था। ISS में लगे कई उपकरण अब खराब होने लगे हैं और इनकी मरम्मत भी बहुत खर्चीली होती है। यह 2030 में रिटायर हो जाएगा और इसकी जगह नए स्पेस स्टेशन बनाने पर काम चल रहा है। ISS के लिए स्पेस-X 2028 तक वाहन तैयार कर लेगी और नासा को उम्मीद है कि 2028-29 में इस वाहन को लॉन्च कर दिया जाएगा।