नासा का यह कर्मचारी करता है दुनिया का सबसे अजीब काम
क्या है खबर?
नासा के कर्मचारी जॉर्ज एल्ड्रिच 50 वर्ष से अधिक समय से दुनिया के सबसे अजीब कामों में से एक कर रहे हैं। जॉर्ज नासा के लिए "चीफ स्निफर" के तौर पर काम करते हैं ।
वे अपना पूरा दिन किताबों और टोपियों से लेकर डब्बों तक हर चीज को सूंघने में बिताते हैं। उनका काम अंतरिक्ष में जाने वाली चीजों को सूंघना है और यह बताना है कि वह अंतरिक्ष में जाने लायक है या फिर नहीं।
परीक्षण
गंध परीक्षण 1967 में हुआ था शुरू
गंध परीक्षण 1967 में अपोलो 1 मिशन के बाद शुरू किया गया था। इसके बाद जो भी कोई अंतरिक्ष यात्री कुछ भी चीज अंतरिक्ष में ले जाना चाहता है तो पहले जॉर्ज उसे सूंघ कर बताएंगे।
रिपोर्ट्स के अनुसार, एक बार जब अंतरिक्ष में जाने वाली अमेरिकी महिला सैली राइड ने अंतरिक्ष यान में में अपना मेकअप का सामान मस्कारा ले जाना चाहा, तो जॉर्ज ने इसे अस्वीकार कर दिया था, क्योंकि इसमें स्पेस के लिए उपयुक्त गंध नहीं थी।
बयान
सूंघ कर अंतरिक्ष में सामान भेजना क्यों है जरूरी?
जॉर्ज ने 2018 में रेडिट पर एक पोस्ट में लिखा था, 'मैं नासा के लिए 'चीफ स्निफर' और 'नेजलनॉट' के लिए स्वयंसेवक हूं। मैं अंतरिक्ष मिशनों में जाने से पहले वस्तुओं को सूंघता हूं।'
उन्होंने यह भी बताया था कि उनका काम अच्छी या खराब गंध की जांच करना है, जो अंतरिक्ष यान में या अंतरिक्ष में यात्रियों को उल्टी तक करा सकती है और संभवतः अंतरिक्ष यात्रियों की उत्पादकता और मिशन को खतरे में डाल सकती है।
महत्त्व
...जब बदबू के कारण रद्द हुआ मिशन
रूसी अंतरिक्ष एजेंसी को 1976 में अपने अंतरिक्ष यान में असहनीय बदबू के कारण एक मिशन को रद्द करना पड़ा था।
गंध की जांच के बारे में बात करें तो इसे 4 लोगों का एक पैनल करता है और 0 से 4 तक नंबर देता है। 4 का मतलब सबसे ज्यादा गंध। सभी के नंबर मिलाकर औसत 2.5 से अधिक होता है तो वे चीजें अंतरिक्ष में नहीं जा सकती।