माइक्रोसॉफ्ट अपने 365 कोपायलट में गैर OpenAI मॉडल जोड़ने की कर रही तैयारी
माइक्रोसॉफ्ट अब OpenAI पर निर्भरता कम कर रही है और माइक्रोसॉफ्ट 365 कोपायलट में अन्य AI मॉडल जोड़ने की तैयारी कर रही है। पहले कोपायलट OpenAI के मॉडलों पर आधारित था, लेकिन अब कंपनी अलग-अलग भाषा मॉडलों का इस्तेमाल कर रही है। यह बदलाव माइक्रोसॉफ्ट की नई रणनीति को दिखाता है, जिसमें वह अपने AI सिस्टम को और बेहतर और मजबूत बना रही है। OpenAI के बजाय, कंपनी अब अन्य विकल्पों को भी अपनाने पर ध्यान दे रही है।
माइक्रोसॉफ्ट क्यों कम रही निर्भरता?
माइक्रोसॉफ्ट, OpenAI पर निर्भरता कम कर रही है, क्योंकि एंटरप्राइज़ यूजर्स के लिए गति और लागत को लेकर चिंताएं हैं। कंपनी छोटे AI मॉडल, जैसे Phi-4, को खुद तैयार कर रही है और 365 कोपायलट के प्रदर्शन को बेहतर बनाने के लिए ओपन-वेट मॉडल का उपयोग कर रही है। इस कदम से माइक्रोसॉफ्ट अपने AI सिस्टम को तेज, सस्ता और अधिक कुशल बनाना चाहता है। यह बदलाव 365 कोपायलट की कार्यक्षमता को और बेहतर करने की रणनीति का हिस्सा है।
अन्य AI मॉडलों पर काम कर रही कंपनी
माइक्रोसॉफ्ट अब OpenAI के साथ-साथ अन्य AI मॉडलों का भी उपयोग कर रही है। कंपनी का लक्ष्य लागत बचाना और ग्राहकों को फायदा पहुंचाना है। गिटहब ने भी OpenAI के GPT-4 की जगह गूगल और अन्थ्रोपिक के मॉडल जोड़े हैं। माइक्रोसॉफ्ट का कोपायलट चैटबॉट अब OpenAI और इन-हाउस मॉडल दोनों का इस्तेमाल करता है। CEO सत्य नडेला समेत कंपनी के नेता इन बदलावों पर नजर रख रहे हैं। OpenAI अभी भी माइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख AI साझेदारों में से एक है।
माइक्रोसॉफ्ट और OpenAI के बीच तनाव
माइक्रोसॉफ्ट और OpenAI के बीच साझेदारी में तनाव की खबरें हैं। OpenAI के CEO सैम ऑल्टमैन की बहाली में माइक्रोसॉफ्ट की बड़ी भूमिका के बाद भी दोनों कंपनियों में मतभेद देखे जा रहे हैं। माइक्रोसॉफ्ट के अधिकारी सुलेमान ने कहा कि हर साझेदारी में थोड़ा तनाव होना सामान्य है। उन्होंने इसे स्वस्थ बताया और कहा कि दोनों कंपनियां अलग-अलग काम करती हैं। साझेदारी समय के साथ बदलती रहती है और आने वाले वर्षों में इसमें और बदलाव हो सकते हैं।