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मेटा ने पेश किया खास रिस्टबैंड, हाथ के इशारों से कंप्यूटर को किया जा सकेगा नियंत्रित
मेटा ने पेश किया खास रिस्टबैंड (तस्वीर: मेटा)

मेटा ने पेश किया खास रिस्टबैंड, हाथ के इशारों से कंप्यूटर को किया जा सकेगा नियंत्रित

Jul 24, 2025
08:53 am

क्या है खबर?

मेटा ने एक खास रिस्टबैंड बनाया है जो दिखने में घड़ी जैसा लगता है, लेकिन समय नहीं बताता। कलाई में पहनने योग्य इस डिवाइस की मदद से बिना छुए ही कंप्यूटर, लैपटॉप और स्मार्टफोन को कंट्रोल किया जा सकता है। बस हाथ हिलाकर या हवा में इशारे करके स्क्रीन पर कर्सर चलाया जा सकता है। मेटा का कहना है कि यह डिवाइस तैयार हो चुका है कि इसे आम लोगों के लिए उपलब्ध कराने की तैयारी शुरू हो गई है।

काम

कैसे करता है यह काम?

यह रिस्टबैंड इलेक्ट्रोमायोग्राफी (EMG) तकनीक से काम करता है, जो उंगलियों और कलाई की मांसपेशियों में होने वाले विद्युत संकेतों को पढ़ता है। जब मस्तिष्क किसी अंग को हिलाने का इरादा करता है, तो वह संकेत भेजता है, जिन्हें यह डिवाइस पकड़ लेता है। यानी आपको वास्तव में कोई हरकत करने की जरूरत नहीं होती, केवल हरकत का इरादा ही काफी होता है और कंप्यूटर उस इशारे को समझ लेता है।

खासियत

बिना किसी सर्जरी करती है काम

दूसरी कंपनियां जहां शरीर में चिप लगाने की सोच रही हैं, वहीं मेटा की ये तकनीक बिना किसी सर्जरी के काम करती है। यह सभी लोग पहन सकते हैं और इस्तेमाल शुरू कर सकते हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) की मदद से मेटा ने हजारों लोगों के डाटा को समझकर यह तकनीक तैयार की है। यह नए यूजर्स के भी इरादों को आसानी से पहचान लेती है, भले ही उसने पहले कभी यह डिवाइस न पहना हो।

अन्य

दिव्यागों के लिए होगा बहुत फायदेमंद

यह तकनीक उन लोगों के लिए भी फायदेमंद हो सकती है जो हाथ-पैर नहीं हिला सकते। जैसे कि रीढ़ की हड्डी की चोट वाले लोग, जो फिर भी कुछ मांसपेशियों को सक्रिय कर सकते हैं। रिसर्च से पता चला है कि रिस्टबैंड उनके इरादों को समझकर कंप्यूटर या स्मार्टफोन चलाने में मदद कर सकता है। मेटा ने भविष्य में इसे स्मार्ट ग्लास जैसे प्रोडक्ट से जोड़ने की योजना भी बनाई है।