मंगल ग्रह तेजी से घूम रहा, वैज्ञानिकों को नहीं पता चली वजह
नासा के इनसाइट मार्स लैंडर के डाटा से पता चलता है कि मंगल ग्रह का घूर्णन (रोटेशन) हर साल तेज होता जा रहा है। इस लाल ग्रह का घूर्णन साल-दर-साल तेज होते जाने से इस ग्रह पर दिन छोटे होते जाते हैं। अब रिटायर हो गए इनसाइट लैंडर के अनुसार, मंगल का घूर्णन हर साल 4 मिलीआर्कसेकेंड तेज हो रहा है, लेकिन इसका कारण अभी तक पता नहीं चल सका है।
इनसाइट मार्स लैंडर कर रहा था RIES का अध्ययन
नेचर में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार, इनसाइट मार्स लैंडर इस ग्रह के रोटेशन एंड इंटीरियर स्ट्रक्चर एक्सपेरिमेंट (RISE) का अध्ययन कर रहा था। RISE ने ग्रह के घूमने की दर को ट्रैक करने के लिए पृथ्वी पर नासा के डीप स्पेस नेटवर्क के भीतर एडवांस रेडियो तकनीक और एंटेना का उपयोग किया। यह नई खोज मंगल ग्रह और उसके पिछले विकास की बेहतर समझ प्रदान करने में मदद करेगी।
दिसंबर, 2022 में रिटायर किया गया इनसाइट मार्स लैंडर
इनसाइट मार्स लैंडर का पावर खत्म हो गया और दिसंबर, 2022 में उसे रिटायर कर दिया गया, लेकिन इसके 4 वर्षों के ऑपरेशन के दौरान प्राप्त डाटा ने वैज्ञानिकों मंगल ग्रह पर विचार करने के लिए काफी कुछ दिया है। रिपोर्ट में कहा गया है कि केवल 4 वर्षों में मंगल ग्रह के आंतरिक भाग के रोवर के अवलोकन ने ग्रह के बारे में जानकारी और समझ को क्रांतिकारी ढंग से बढ़ाने का काम किया है।
भूकंपीय डाटा से पता चला मंगल के कोर का आकार
रोवर के भूकंपीय रिकॉर्डिंग से मंगल ग्रह की आंतरिक संरचना के साथ ही इसके तरल कोर की संरचना और जियोडायनिमक गतिविधि का भी पता चला। नए अध्ययन में मिला डाटा भूकंपीय रिकॉर्डिंग से नहीं मिला था, बल्कि इनसाइट के रोटेशन और इंटीरियर स्ट्रक्चर एक्सपेरिमेंट या RISE और पृथ्वी पर नासा के डीप स्पेस नेटवर्क के बीच रेडियो कम्युनिकेशन था। भूकंपीय डाटा के माप से पता चलता है कि मंगल का कोर 1,780 और 1,830 किलोमीटर त्रिज्या के बीच है।
मंगल के घूमने की स्पीड का कारण पता लगाने में जुटे हैं वैज्ञानिक
दक्षिण कैलिफोर्निया में नासा के जेट प्रोपल्शन लैब के हेड ब्रूस बैंडर्ट ने इस पर खुशी जताई है। ब्रूस बैंडर्ट ने कहा, 'मैं लंबे समय से इस पर काम कर रहा हूं, ऐसा रिजल्ट मेरे लंबे समय के कार्य और धैर्य का परिणाम है।' यह भी बताया जा रहा है कि मंगल के घूमने की स्पीड काफी जटिल है। वैज्ञानिक इसका कारण पता लगाने में जुटे हुए हैं। अभी इसके पीछे वैज्ञानिकों की अलग-अलग थ्योरी हैं।
वैज्ञानिकों ने घूमने के पीछे माना यह कारण
कुछ वैज्ञानिकों का मानना है कि मंगल ग्रह के ध्रुवों पर बर्फ जमा होने या फिर बड़े भारी बर्फ के पिघलने के बाद वहां आए बड़े लैंड मास हो सकते हैं, क्योंकि इन्हीं कारणों से ग्रह की घूर्णन गति तेज हो सकती है।