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जापान: पुरस्कार जीतने के बाद उपन्यासकार ने मानी ChatGPT की मदद लेने की बात 
उपन्यासकार रिये कुडान ने माना है कि उन्होंने उपन्यास के कुछ हिस्से लिखने के लिए AI का इस्तेमाल किया था

जापान: पुरस्कार जीतने के बाद उपन्यासकार ने मानी ChatGPT की मदद लेने की बात 

Jan 22, 2024
05:19 pm

क्या है खबर?

हाल ही में जापान का प्रतिष्ठित साहित्य सम्मान पाने वालीं उपन्यासकार रिये कुडान ने माना है कि उन्होंने उपन्यास के कुछ हिस्से लिखने के लिए आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का इस्तेमाल किया था। बुधवार को एक कार्यक्रम में सम्मान पाने के लिए बाद कुडान ने खुलासा करते हुए बताया उन्होंने अपनी किताब लिखने के लिए ChatGPT जैसे AI टूल का सक्रिय उपयोग किया था। उन्होंने कहा कि करीब 5 प्रतिशत वाक्य AI से जनरेटेड हैं।

बयान

एक निर्णायक ने किताब को बताया था 'उत्तम'

कुडान की इस किताब का नाम 'टोक्यो टावर ऑफ सिंपेथी' है। सम्मान के लिए चुनने वाली ज्यूरी के एक निर्णायक ने इस किताब को 'उत्तम' करार दिया था। इस किताब में एक वैकल्पिक भविष्य की कहानी लिखी है, जब AI इंसानी जीवन के केंद्र में आ जाती है। इसमें एक आर्किटेक्चर की कहानी है, जो शिंजुकु शहर में अपराधियों के रहने के लिए बहुमंजिला इमारत बनाने में मदद करता है।

पुराने मामले

पहले भी सामने आ चुके हैं ऐसे मामले

यह पहली बार नहीं है, जब ऐसा मामला सामने आया है। पिछले साल सोनी वर्ल्ड फोटोग्राफी अवॉर्ड्स के एक विजेता ने पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया था। उसका कहना था कि उसकी फोटो AI जनरेटेड है और वह इसके माध्यम से इस विषय पर बहस शुरू करना चाहता था। इसके अलावा 2022 के कोलोराडो स्टेट फेयर में भी डिजिटल आर्ट के लिए जीत हासिल करने वाली कृति भी AI की मदद से तैयार की गई थी।