टिक कुक को भारत में मध्यम वर्ग बढ़ने से आईफोन की बिक्री में तेजी की उम्मीद
ऐपल की शुक्रवार को पोस्ट-अर्निंग कॉल हुई और इस दौरान भारत चर्चा का महत्वपूर्ण बिंदु था। कंपनी के CEO टिम कुक का मानना है कि ऐपल के लिए भारत के मध्यम वर्गीय यूजर्स काफी महत्वपूर्ण हैं। उन्होंने कहा, "भारत में कारोबार को देखते हुए हमने एक तिमाही रिकॉर्ड बनाया है। कारोबार में साल-दर-साल आधार पर दोहरे अंकों की वृद्धि हुई है।" उन्होंने साल की पहली तिमाही को ऐपल के लिए शानदार तिमाही बताया।
ऐपल की तरफ आकर्षित हो रहे हैं मध्यम वर्ग के लोग - टिम कुक
टिम ने कहा, "भारत अविश्वसनीय रूप से एक रोमांचक बाजार है और यह हमारे लिए प्रमुख फोकस है।" उन्होंने कॉल के दौरान कहा कि भारत में मध्यम वर्ग के बहुत सारे लोग ऐपल के प्रोडक्ट्स की तरफ आकर्षित हो रहे हैं। ऐसे में ऐपल के लिए भारत काफी निर्णायक है। बता दें, ऐपल ने पिछले महीने ही भारत में मुंबई और दिल्ली में 2 रिटेल स्टोर भी खोले। इनका उद्घाटन करने टिम खुद भारत आए थे।
स्थानीय प्रोडक्शन में तेजी से ऐपल को फायदा
टिम ने कहा, "हमने भारत, इंडोनेशिया, तुर्की और UAE के साथ कई विकसित और उभरते बाजारों में मार्च तिमाही के रिकॉर्ड को साल-दर-साल आधार पर दोगुना किया है।" ET ने 13 अप्रैल को बताया कि भारत से ऐपल के आईफोन का निर्यात वित्त वर्ष 2023 में लगभग 4 गुना बढ़कर 40,000 करोड़ रुपये से अधिक हो गया है। ऐपल को अपने प्रोडक्ट्स के स्थानीय प्रोडक्शन में तेजी लाने का भी फायदा मिला है।
भारत-चीन की तुलना से दूर रहे ऐपल CEO
टिम ऐपल के लिए भारत और चीन की तुलना करने में इच्छुक नहीं थे। एक सवाल के जवाब में टिम ने कहा कि प्रत्येक देश अलग है और इसकी अपनी यात्रा है, इसलिए वह तुलना करने में संकोच करते हैं। टिम ने कहा, "मैं भारत में बहुत-से लोगों को मध्यम वर्ग में प्रवेश करते हुए देखता हूं और मुझे उम्मीद है कि हम उनमें से कुछ लोगों को आईफोन खरीदने के लिए प्रभावित कर सकते हैं।"
ऐपल सप्लायर फॉक्सकॉन की प्लानिंग
ET ने 19 अप्रैल को सूत्रों के हवाले से खबर दी थी कि आईफोन निर्माता फॉक्सकॉन चेन्नई के पास अपनी साइट पर 2 अतिरिक्त बिल्डिंग को जोड़कर भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग सुविधा का विस्तार कर सकती है। फॉक्सकॉन बेंगलुरू के व्हाइटफील्ड में एक रिसर्च एंड डेवलपमेंट सेंटर खोलने पर भी विचार कर रही है। फॉक्सकॉन के प्रेसिडेंट यंग लियू मार्च में भारत आए थे और उन्होंने देश में आगे के निवेश की प्रतिबद्धता जताई थी।