भारत 5G स्पीड टेस्ट में 47वें स्थान पर पहुंचा, जम्मू-कश्मीर में सबसे तेज मोबाइल डाउनलोड स्पीड
क्या है खबर?
भारत ने स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स में 72 पायदान की तगड़ी बढ़त हासिल की है। कनेक्टिविटी इंटेलिजेंस की अग्रणी कंपनी ऊकला के अनुसार, वर्ष 2023 की तीसरी तिमाही में देश 5G ग्लोबल मोबाइल रैंकिंग में 119वें स्थान से 47वें स्थान पर पहुंच गया है।
ऊकला के डाटा के अनुसार, भारत की औसत डाउनलोड स्पीड सितंबर, 2022 के 13.7Mbps से बढ़कर अगस्त, 2023 में 50.21Mbps हो गई।
यह वृद्धि एयरटेल और जियो के बड़े पैमाने पर 5G रोलआउट से हुई।
स्पीड
जम्मू और कश्मीर में औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड सबसे आगे
क्षेत्रीय स्तर पर जम्मू और कश्मीर औसत मोबाइल डाउनलोड स्पीड में सबसे आगे है। वहां औसत डाउनलोड स्पीड 150.96Mbps है।
इस उपलब्धि से जम्मू और कश्मीर ने बिहार और पश्चिम बंगाल जैसे अन्य राज्यों को पीछे छोड़ दिया है। इसका मुख्य कारण पर्यटन स्थलों पर बुनियादी ढांचे के विकास पर जोर देना है।
एयरटेल और जियो दोनों ने अक्टूबर 2022 से 5G कवरेज के विस्तार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इससे सभी टेकिलकॉम सर्किलों के प्रदर्शन में वृद्धि हुई है।
वायरलेस
4G की तुलना में 2,003 प्रतिशत अधिक है औसत डाउनलोड स्पीड
भारत में 5G और 4G स्पीड के बीच बड़ा अंतर है। अगस्त 2023 में 5G पर औसत डाउनलोड स्पीड 4G की तुलना में 2,003 प्रतिशत अधिक तेज है।
5G पर औसत डाउनलोड स्पीड 316.24Mbps तक पहुंच गई, जबकि 4G नेटवर्क पर यह मात्र 14.97Mbps थी।
स्पीड में इस तेजी ने उन क्षेत्रों में भी वायरलेस तरीके से इंटरनेट उपलब्ध करने का रास्ता आसान बनाया है जहां फाइबर केबल पहुंचाना मुश्किल है।
संतुष्टि
शुरू है FWA सर्विस
रिपोर्ट में कहा गया है कि नेट प्रमोटर स्कोर (NPS) से पता चलता है कि 5G से न केवल स्पीड बढ़ी है बल्कि इससे ग्राहकों की संतुष्टि भी बढ़ी है।
5G यूजर्स लगातार अपने नेटवर्क ऑपरेटरों को 4G की तुलना में अधिक सकारात्मक रेटिंग देते हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, ऑपरेटर्स 5G फिक्स्ड वायरलेस एक्सेस (FWA) के साथ डिजिटल विभाजन को कम कर रहे हैं।
ऑपरेटरोंने उन क्षेत्रों में FWA सर्विस शुरू कर की है जहां फाइबर बिछाना संभव नहीं है।
प्लस
न्यूजबाइट्स प्लस
FWA ऐसी टेक्नोलॉजी है, जिसमें इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए ब्रॉडबैंड की तरह फाइबर केबल की जरूरत नहीं होती है।
इसकी खासियत यह है कि इसमें बिना फाइबर केबल के भी ब्रॉडबैंड जैसी स्पीड मिलती है।
एयरटेल का एक्सट्रीम एयरफाइबर और जियो का एयरफाइबर FWA के उदाहरण हैं।
दोनों ही कंपनियों ने कुछ महीनों के भीतर ही अपनी एयरफाइबर सुविधा शुरू की है।
बिना तार के ब्रॉडबैंड जैसी स्पीड मिलने के चलते ही इसे फिक्स्ड वायरलेस ब्रॉडबैंड भी कहते हैं।