भारत की स्वदेशी चिप हुई पेश, GPS पर खत्म कर सकती है निर्भरता
कोरोना के दौरान जब सेमीकंडक्टर की सप्लाई बाधित होने से लोगों को लैपटॉप नहीं मिल पा रहे थे और बड़ी से बड़ी कार कंपनियों को हफ्तों अपना कार उत्पादन रोकना पड़ा, तब इसका महत्व समझ आया। ये छोटे सेमीकंडक्टर या चिप किसी डिवाइस की मेमोरी की तरह होते हैं। अब बेंगलुरू स्थित एकस्टार्टअप ने स्वदेश निर्मित एक NavIC चिप पेश की है। यह पोजीशनिंग सेवाएं देने के लिए भारत के अपने नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम का उपयोग कर सकता है।
मोबाइल जैसे छोटे डिवाइस में फिट की जा सकती है चिप
एलेना जियो सिस्टम द्वारा बनाई गई चिप को नागरिक और रक्षा क्षेत्रों में प्रयोग किया जा सकता है। 12-नैनोमीटर की इस चिप को एक मोबाइल या किसी भी हैंडहेल्ड डिवाइस में फिट किया जा सकता है और भारतीय क्षेत्रीय नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम (IRNSS), अमेरिका की ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) और रूस के ग्लोनॉस तारामंडल के साथ नेविगेशन से संकेत प्राप्त किया जा सकता है। NavIC चिप के लिए स्टार्टअप ने ताइवान की एक चिप निर्माता के साथ समझौता किया है।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ को भेंट की गई चिप
रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के अध्यक्ष समीर वी कामत और वायु सेना प्रमुख वीआर चौधरी की उपस्थिति में गुरुवार को चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) अनिल चौहान को यह चिप सौंपी गई। एलेना के संस्थापक और मुख्य टेक्नोलॉजी अधिकारी वीएस वेलन ने कहा, "हम फैक्ट्री को सीधे कंट्रोल करते हैं और हम भारी संख्या में चिप्स का निर्माण कर सकते हैं। हमें 10,000 चिप्स का पहला ऑर्डर मिला है और जल्द ही इन्हें डिलीवर किया जाना है।"
NavIC चिप की खासियत
छोटा आकार, ऊर्जा की कम खपत और सॉफ्टवेयर-आधारित कंट्रोल NavIC चिप को मोबाइल, हैंडहेल्ड डिवाइस और पहनने योग्य उपकरणों के साथ ही स्कूल बसों को ट्रैक करने से लेकर हथियार प्रणालियों तक के उपयोग के लिए उपयुक्त बनाता है। वेलन ने कहा कि ये प्रोसेसर भारत को एक बड़ी बढ़त देगा क्योंकि इसकी मदद से सरकार और प्राइवेट सेक्टर दोनों अमेरिकी ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (GPS) पर अपनी निर्भरता कम कर सकते हैं।
प्रोसेसर का इस्तेमाल?
वेलन के मुताबिक, जहाजों, पनडुब्बियों, राडार, ड्रोन और तोपखाने के हथियारों और इनसे जुड़े प्लेटफॉर्मों के लिए विस्तृत ऐप्लीकेशन सीरीज के साथ मिलिट्री-ग्रेड की इस चिप का उपयोग किया जा सकता है। वेलन ने कहा कि चिप में कई कोर हैं, जो सिग्नल अधिग्रहण, रीजनरेशन, प्रोसेसिंग और आउटपुट इंटरफेस की जरूरतों को पूरा करते हैं और इसलिए इसे NacIC प्रोसेसर नाम दिया गया है। ये तीनों तरह के ऐप्लिकेशन नेविगेशन, पोजिशनिंग और टाइमिंग के लिए सटीकता को इनेबल करती है।