एंड्रॉयड फोन में इमोजी की तरह दिखेंगे i-मेसेज रिऐक्शंस, गूगल मेसेजेस को अपडेट
गूगल अपनी मेसेजेस ऐप के साथ एंड्रॉयड यूजर्स को खास तौर से i-मेसेज यूजर्स के करीब लाने की कोशिश करने जा रही है। मेसेजेस ऐप को मिलने वाले अपडेट के बाद यूजर्स को i-मेसेज की ओर से दिए गए रिऐक्शंस इमोजी की तरह दिखेंगे। इस तरह टेक्स्ट रिप्लाई में रिऐक्शंस की जानकारी देने के बजाय गूगल इमोजीस का इस्तेमाल करने वाली है। इस बदलाव को फ्यूचर अपडेट्स का हिस्सा बनाया जा सकता है।
APK फाइल्स में दिखे नए बदलाव
नए अपडेट के बाद अगर आपका दोस्त i-मेसेज ऐप में 'हाहा' रिऐक्ट करता है तो आपको 'हाहा, आई एम डूइंग ग्रेट!' मेसेज के बजाय लाफिंग इमोजी मेसेज पर दिखाया जाएगा। गूगल ने इस बारे में आधिकारिक जानकारी नहीं दी है और इस बदलाव से जुड़े संकेत गूगल मेसेजेस ऐप की APK फाइल्स में मिले हैं। सामने आया है कि गूगल i-मेसेज रिऐक्शंस को मैप कर इमोजीस की तरह एंड्रॉयड यूजर्स को दिखाएगी।
कॉन्टैक्ट्स का बर्थडे याद दिलाएगी गूगल
मेसेज रिऐक्शंस फीचर के अलावा गूगल कॉन्टैक्ट्स का बर्थडे याद दिलाने से जुड़े एक फीचर पर भी काम कर रही है। अगर आपके कॉन्टैक्ट के जन्मदिन से जुड़ी जानकारी भी डिवाइस में सेव है तो मेसेजेस एक एनिमेटेड बैनर दिखाएगा। कॉन्टैक्ट के जन्मदिन यह बैनर यूजर को ऐप में दिखाया जाएगा और इसे चैट विंडो से लेकर कन्वर्सेशन लिस्ट तक का हिस्सा बनाया जा सकता है। इस तरह यूजर्स अपने कॉन्टैक्ट्स को जन्मदिन की बधाई देना नहीं भूलेंगे।
केवल आईफोन यूजर्स को मिलता है फीचर
दोनों नए फीचर्स की जानकारी 9to5Google की रिपोर्ट में दी गई है और इन्हें नए अपडेट में ग्लोबली सभी यूजर्स के लिए शामिल किया जाएगा। हालांकि, देखना होगा कि ऐसा ही कोई बदलाव ऐपल की ओर से किया जाता है या नहीं। कैलिफोर्निया की टेक कंपनी i-मेसेज इकोसिस्टम को केवल iOS यूजर्स तक सीमित रखती है और यह केवल आईफोन यूजर्स को सभी फीचर्स ऑफर करता है। एंड्रॉयड यूजर्स को भी iOS में मौजूद ऐसे फीचर्स मिलना अच्छी शुरुआत है।
मेसेजेस ऐप में मिलता है एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन
गूगल अपनी मेसेजेस सर्विस के लिए पिछले साल नवंबर में एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन लेकर आई थी। यानी कि दो यूजर्स के बीच आपस में शेयर की गई जानकारी पूरी तरह सुरक्षित रहती है और उसे थर्ड पार्टी ऐक्सेस नहीं कर सकती। एंड-टू-एंड एनक्रिप्शन (E2EE) के काम करने के लिए दोनों यूजर्स (सेंडर और रिसीवर) के डिवाइस में मेसेजेस ऐप का लेटेस्ट वर्जन इंस्टॉल होना चाहिए। इसके अलावा चैट ओवर डाटा ऑर वाई-फाई फीचर भी इनेबल होना चाहिए।
अलग-अलग कैटेगरीज में दिखते हैं मेसेजेस
सर्च इंजन कंपनी ने बीते दिनों SMS कैटेगरीज फीचर दिया है, जो मशीन लर्निंग टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल करता है। इसके साथ अपने आप मेसेजेस कई कैटेगरीज में दिखने लगते हैं। इन कैटेगरीज में पर्सनल, ट्रांजैक्शंस, OTPs और दूसरे विकल्प शामिल किए गए हैं। गूगल का कहना है कि इन कैटेगरीज के साथ मेसेजेस खोजना और पढ़ना पहले के मुकाबले आसान हो जाता है और यूजर्स सेटिंग्स से इस फीचर में बदलाव कर सकते हैं।