अब गूगल मैप्स में देख पाएंगे स्पीड लिमिट और स्पीड कैमरा, जल्द आएंगे नए फीचर्स
क्या है खबर?
गूगल मैप्स पर जल्द ही यूजर्स को नए फीचर्स मिलेंगे। गूगल ने इस नैविगेशन ऐप पर स्पीड लिमिट और स्पीड कैमरा दिखाने की योजना बनाई है।
कंपनी ने खुद इस बात की जानकारी दी है कि अब ऐप पर स्पीड लिमिट दिखाने का फीचर आएगा।
नये अपडेट में इसे शामिल किया जाएगा और यह अपडेट इस हफ्ते जारी कर दी जाएगी।
यह फीचर आने के बाद नेविगेशन ऑन करने पर ऐप के लेफ्ट कॉर्नर में हाइवे पर स्पीड लिमिट दिखेगी।
फीचर
यह होगा फीचर का फायदा
हाइवे और लंबी सड़क यात्राओं पर इस फीचर का फायदा होगा। यूजर्स इस फीचर के सहारे यात्रा शुरू करने से पहले ही जान सकेंगे कि किस हाइवे पर स्पीड लिमिट कितनी है और इसी हिसाब से अपनी यात्रा प्लान कर सकेंगे।
इस फीचर को सबसे पहले अमेरिका, इंग्लैंड और डेनमार्क में जारी किया जाएगा।
भारत, मैक्सिको, रूस, ब्राजील, कनाडा और इंडोनेशिया आदि देशों में यह फीचर नहीं दिया जाएगा। भारत में कंपनी दूसरा फीचर जारी करेगी।
स्पीड कैमरा
भारत के लिए गूगल लाएगी यह फीचर
भारत, मैक्सिको, कनाडा और ऑस्ट्रेलिया के लिए गूगल मैप्स में स्पीड कैमरा फीचर दिया जाएगा। इस फीचर के तहत गूगल हाईवे पर स्पीड कैमरा के बारे में जानकारी देगी।
अगर कोई ड्राइवर तय स्पीड से तेज गाड़ी चला रहा होगा और कोई स्पीड कैमरा आने वाला होगा तो ऐप ऑडियो अलर्ट देगी।
इसकी मदद से ड्राइवर ओवर स्पीडिंग के मामले में पुलिस के कैमरे की नज़र में आने से बच सकेंगे।
जानकारी
ऐप अपडेट करने की जरूरत नहीं
बतौर रिपोर्ट्स, ये नए फीचर्स जल्द ही गूगल मैप्स ऐप पर नजर आने लगेंगे। ये फीचर सर्वर-साइड स्विच से जारी किए जाएंगे, जिसका मतलब है कि यूजर को खुद से ऐप अपडेट नहीं करनी होगी।
योजना
प्ले स्टोर से कई ऐप्स हटाएगी गूगल
गूगल ने अपने प्ले स्टोर से कुछ ऐप्स को हटाने का फैसला भी लिया है ताकि यूजर की पहुंच सही डेवलपर्स तक हो सकेे।
गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद सभी ऐप्स इंस्टॉल होने के बाद यूजर से कुछ परमिशन मांगती है, लेकिन कुछ ऐप्स ऐसी परमिशन भी मांगती हैं जिनकी उन्हें जरूरत नहीं होती।
इसलिए गूगल ने अपनी पॉलिसी बदलते हुए ऐसी ऐप्स निर्धारित कर दी हैं जिन्हें SMS और कॉल लॉग की परमिशन चाहिए होती है।
एक्शन
इन ऐप्स पर होगा एक्शन
गूगल ने पिछले साल अक्तूबर में इस कदम का ऐलान किया था।
इसके लिए गूगल ने ऐसे सभी ऐप डेवलपर्स से परमिशन डिक्लेरेशन फॉर्म मांगा था, जिनकी ऐप्स में कॉल लॉग और SMS परमिशन मांगी जाती थी।
ऐसे डेवलपर्स से ये फॉर्म जमा करने या परमिशन हटाने की बात कही गई थी।
अब इसकी समयसीमा बीत जाने के बाद गूगल उन डेवलपर्स की ऐप हटा रही है जिन्होंने यह फॉर्म जमा नहीं किया है।