डीपफेक वीडियो से ठगी कर रहें जालसाज, आप इस तरह रहें सावधान
साइबर अपराध को अंजाम देने के लिए जालसाज इन दिनों आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) का भी उपयोग कर रहे हैं। हाल ही में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिसमें जालसाजों ने AI की मदद से डीपफेक वीडियो बनाकर लोगों को गुमराह किया और उनसे लाखों रुपये की ठगी की है। इस तरह की ठगी का अंजाम देने के लिए जालसाज पीड़ित के जानने वाले लोगों के चेहरे और उनके आवाज का उपयोग करते हैं।
डीपफेक वीडियो से कैसे हो रही ठगी?
डीपफेक वीडियो का उपयोग करके ठगी करने के लिए जालसाज पीड़ित को वीडियो या ऑडियो कॉल के माध्यम से संपर्क करते हैं। इस कॉल पर वह ऐसे वीडियो और ऑडियो को प्रस्तुत करते हैं, जो पीड़ित के किसी खास का हो। इसके बाद वह आपात स्थिति बताकर हड़बड़ी वाला माहौल बनाते हैं और पैसे की मांग करते हैं, जिससे पीड़ित जल्दबाजी में बिना कुछ सोचे-समझे उनकी बात मान जाता है और ठगी का शिकार हो जाता है।
ऐसी ठगी से कैसे बचें?
ऐसी ठगी से बचने के लिए किसी अनजान नंबर से आने वाले ऑडियो या वीडियो कॉल को रिसीव ना करें। कभी भी किसी आपातकालीन स्थिति की बात होने पर संबंधित व्यक्ति के जानने वाले अन्य लोगों से भी बात करें और उसके बाद ही पैसा भेजें। अपनी वीडियो और फोटो को सीमित लोगों के साथ ही शेयर करें, क्योंकि इसका दुरुपयोग हो सकता है। साइबर ठगी की आशंका होने पर तत्काल साइबर अपराध सेल में शिकायत दर्ज कराएं।