क्या शुरुआती चरण में कोरोना संक्रमण के संकेतों को पकड़ सकती है स्मार्टवॉच?
क्या फिटबिट और ऐपल वॉच जैसे स्मार्ट डिवाइस किसी व्यक्ति में लक्षण दिखने से पहले उसमें कोरोना संक्रमण की जानकारी दे सकते हैं? इन दिनों इस पर शोध चल रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि अगर ऐसा होता है तो संक्रमित व्यक्ति के पास समय रहते इसकी जानकारी पहुंच जाएगी और वह क्वारंटाइन होकर दूसरों तक कोरोना वायरस फैलाने से बच सकता है। इससे संक्रमण की चेन तोड़ने में भी मदद मिलेगी।
शरीर में बदलावों का पता लगा सकती हैं स्मार्टवॉच
शोधकर्ताओं का कहना है कि स्मार्टवॉच से लगातार मापी जाने ह्रद्य गति, सांस लेनी की रफ्तार और दूसरे पैमानों के आधार पर संक्रमण का जल्दी पता लग सकता है। इस बारे में बताते हुए स्टेनफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर माइकल स्नाइडर ने कहा, "जब आप बीमार होते हैं तो आपको पता चलने से पहले आपके शरीर में बदलाव होने लगते हैं। आपकी ह्दय गति बढ़ जाती है।" स्टेनफोर्ड के अलावा दूसरी जगहों पर भी ऐसे शोध चल रहे हैं।
संक्रमण के तीन दिनों बाद स्मार्टवॉच ने पकड़े संकेत
स्नाइडर की टीम ने इस शोध के लिए 5,000 लोगों को चुना और उन्होंने इनमें से 31 लोगों की स्मार्टवॉट के डाटा का विश्लेषण किया है, जो कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इनके डाटा से पता चला है कि स्मार्टवॉच ने लक्षण सामने आने से पहले ही संक्रमण का पता लगा लिया था। संक्रमित होने के औसतन तीन दिन बाद स्मार्टवॉच संक्रमण के संकेत पहचानने में कामयाब रही। कई मामलों मे इससे पहले ही संकेत पता चल गए।
ऐसे तोड़ी जा सकती है संक्रमण की चेन
स्नाइडर ने कहा कि कोरोना संक्रमण की वजह से बीमार होने से पहले ही इसका पता लगाया जा सकता है। इसके आधार पर लोगों को घरों में रहने और दूसरे लोगों के संपर्क में आने से बचने के लिए कहा जा सकता है।
फिटबिट भी कर रही अलग शोध
फिटबिट भी एक अलग शोध कर रही है कि कैसे उसके डिवाइस कोरोना संक्रमण की पहचान के लिए मददगार साबित हो सकते हैं। कंपनी ने इस शोध में अमेरिका और कनाडा के एक लाख लोगों को शामिल किया है, जिनमें से 12,000 कोरोना वायरस को हराकर ठीक हुए हैं। कंपनी के मुख्य शोधकर्ता कोनोर हेनेगन ने कहा, "हमने ह्रद्य गति और सांस लेने की गति में बदलाव देखा है, जो हमें लगता है कि संक्रमण का संकेत है।"
खिलाड़ियों के लिए खरीदे जा रहे स्मार्ट डिवाइस
रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनियां फिटनेस ट्रैकर की मदद से खिलाड़ियों में भी संक्रमण पर नजर रख रही है। औरा हेल्थ द्वारा बनाई गई उंगली में पहने जानी वाली औरा रिंग पर हुए शोध में उम्मीद बढ़ाने वाले नतीजे मिले हैं। इसे देखते हुए नेशनल बास्केटबॉल लीग ने खिलाड़ियों और स्टाफ के लिए ऐसी 2,000 रिंग खरीदी हैं। वहीं PGA टूर ने 1,000 व्हूप रिस्टबैंड खरीदें हैं ताकि खिलाड़ियो और स्टाफ की सेहत पर नजर रखी जा सके।
"सेहत पर नजर रखने के लिए ली जा रही टेक्नोलॉजी की मदद"
व्हूप के संस्थापक विल अहमद ने कहा कि वो अपने शरीर पर नजर रखने के लिए टेक्नोलॉजी की मदद ले रहे हैं। खासतौर से सांस लेने की गति। कोरोना संक्रमण का पता लगाने के लिए यह बेहद महत्वपूर्ण है।
बढ़ता ही जा रहा है कोरोना वायरस का प्रकोप
तमाम कोशिशों के बावजूद दुनियाभर में कोरोना वायरस का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा।। जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के अनुसार, अब तक पूरी दुनिया में 1.55 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इनमें से 6.33 लाख की मौत हई है। 40.38 लाख संक्रमितों और 1.44 लाख मौतों के साथ अमेरिका सर्वाधिक प्रभावित देश बना हुआ है। वहीं भारत की बात करें तो यहां 12.88 लाख लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है और 30,601 मौतें हुई हैं।