इस महीने दिखेगा कोल्ड मून, जानिए भारत में कब और कैसे देख पाएंगे
इस महीने होने वाला कोल्ड मून साल की आखिरी पूर्णिमा है और सर्दियों के आने का संकेत देता है। यह ठंडी रातों और सर्दी के मौसम से पहले होता है, इसलिए इसे अलग-अलग संस्कृतियों में अलग-अलग नामों से जाना जाता है। कुछ जगहों पर इसे लॉन्ग नाइट मून या यूल मून कहा जाता है, जो प्राचीन त्योहार का हिस्सा है। मोहॉक संस्कृति इसे कोल्ड मून कहती है, जबकि अन्य संस्कृतियों में इसे स्नो मून या विंटर मेकर मून कहते हैं।
क्यों खास होता कोल्ड मून?
कोल्ड मून दिसंबर में संक्रांति से पहले उगता है, जो उत्तरी गोलार्ध में सबसे लंबी रात और सर्दियों के मौसम की शुरुआत का प्रतीक है। यह चंद्रमा तब दिखाई देता है जब सूर्य दक्षिणी आकाश में सबसे निचले बिंदु पर होता है। पूर्णिमा की रात, यह नक्षत्र ऑरिगा में कैपेला के नीचे और ओरियन में बेतेलगेस के ऊपर चमकता है। इसके साथ ही, बृहस्पति भी इसके दाईं ओर दिखाई देता है। यह चंद्रमा पूरे महीने साफ तरह दिखता है।
भारत में कब देख सकेंगे कोल्ड मून?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा के अनुसार, 15 दिसंबर को दोपहर 02:32 बजे चंद्रमा अपना पूर्ण चरण पूरा करेगा। भारत में यह खगोलीय घटना 15 दिसंबर की रात को सबसे अच्छी तरह देखी जा सकती है, जब चंद्रमा पूर्वी आकाश में उगेगा। इस दौरान वृषभ राशि में स्थित कोल्ड मून रात के आकाश में कुछ सबसे चमकीले सितारों और बृहस्पति ग्रह के पास में होगा। यह दृश्य सितारों को देखने वालों के लिए बहुत आकर्षक होगा।