रोमन स्पेस टेलिस्कोप की क्या होगी खासियत, जिसे लॉन्च करने वाली है नासा?
नासा जल्द ही 'रोमन स्पेस टेलिस्कोप' नाम का एक और टेलिस्कोप अंतरिक्ष में भेजने की तैयारी में है। हाल ही में, इस टेलिस्कोप के लिए रोमन कोरोनाग्राफ उपकरण को गोडार्ड स्पेस फ्लाइट सेंटर में रोमन इंस्ट्रूमेंट कैरियर से जोड़ा गया है। यह उपकरण वैज्ञानिकों को पृथ्वी के बाहर जीवन की खोज में मदद करेगा। कोरोनाग्राफ का निर्माण और परीक्षण नासा की जेट प्रोपल्शन प्रयोगशाला (JPL) में हुआ था और इसे इस साल की शुरुआत में गोडार्ड सेंटर भेजा गया था।
2027 में लॉन्च होगा यह टेलिस्कोप
रोमन स्पेस टेलिस्कोप को वॉस टेलिस्कोप भी कहा जाता है, जो नासा का एक महत्वपूर्ण अंतरिक्ष अनुसंधान टेलिस्कोप है। इसका नाम नासा की पहली महिला प्रमुख विज्ञान अधिकारी सैमी रोमन के नाम पर रखा गया है और इसे 2027 में लॉन्च करने की योजना है। इसका उद्देश्य ब्रह्मांड के विस्तृत क्षेत्र का अध्ययन करना है, जिसमें गैलेक्सियों, ग्रहों, और सुपरनोवा जैसी खगोलशास्त्रीय वस्तुओं की खोज शामिल है, जिससे हमें अंतरिक्ष के रहस्यों को समझने में मदद मिलेगी।
क्या होगी इसकी खासियत?
नासा का रोमन स्पेस टेलिस्कोप दृश्यमान और नियर-इंफ्रारेड प्रकाश को देख सकेगा, जिससे यह विभिन्न प्रकार की खगोलीय वस्तुओं का अध्ययन कर सकेगा। यह टेलिस्कोप एक ही समय में आकाश के बड़े हिस्से का अध्ययन करेगा, लगभग 100 गुना अधिक क्षेत्र को एकत्रित कर सकेगा। रोमन टेलिस्कोप में 2.4 मीटर का मुख्य लेंस होगा, जो इसे अधिकतम प्रकाश प्राप्त करने और हाई क्वालिटी वाली तस्वीरें प्राप्त करने में सक्षम बनाएगा।
5 साल तक चलेगा मिशन
रोमन स्पेस टेलिस्कोप डार्क एनर्जी, एक्सोप्लैनेट और गैलेक्सी के विकास का अध्ययन करेगा। यह ब्रह्मांड के विस्तार पर डार्क एनर्जी के प्रभाव का डाटा प्रदान करेगा, ट्रांजिट तकनीक से अन्य तारों के चारों ओर ग्रहों की पहचान करेगा और गैलेक्सियों के निर्माण-विकास की प्रक्रिया को समझने में मदद करेगा। इसका मिशन 5 साल तक चलेगा, लेकिन प्राप्त डाटा का विश्लेषण लंबे समय तक जारी रहेगा, जिससे ब्रह्मांड के बारे में गहराई से जानकारी मिलेगी।