आंखों की रक्षा के लिए सुनीता विलियम्स ने अंतरिक्ष में किया विशेष परीक्षण
नासा की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अपने साथी बुच विल्मोर के साथ 5 महीने से अधिक समय से अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) में फंसी हुई है। बीते दिन (29 अक्टूबर) विलियम्स ने एक्सपीडिशन 72 के अन्य यात्रियों के साथ चालक दल को स्वस्थ रखने के लिए आंखों की रक्षा करने का तरीका सीखा और आगामी मिशन के लिए कार्गो पैक करने का काम भी किया। इससे भविष्य के अंतरिक्ष मिशनों में काफी ज्यादा मदद मिलेगी।
अंतरिक्ष यात्रियों ने आंखों के लिए क्या किया परीक्षण?
अंतरिक्ष में भारहीनता के कारण शरीर के तरल पदार्थ सिर की ओर बहते हैं, जिससे आंखों पर दबाव बढ़ता है और दृष्टि में बदलाव आता है। नासा की अंतरिक्ष यात्री विलियम्स और विल्मोर ने इस दबाव को कम करने के लिए एक विशेष परीक्षण किया है। वैज्ञानिक इन तरल बदलावों का अध्ययन कर रहे हैं ताकि भविष्य के लंबे अंतरिक्ष मिशनों के दौरान आंखों के स्वास्थ्य को सुरक्षित रखा जा सके और दृष्टि पर असर को रोका जा सके।
अंतरिक्ष यात्रियों ने और क्या किया काम?
अगले सप्ताह स्पेस-X ड्रैगन कार्गो यान से ISS के लिए एक रिसप्लाई मिशन लॉन्च होने वाला है। नासा के इंजीनियर डॉन पेटिट ने कार्गो तैयार करना शुरू कर दिया है, जबकि निक हेग ड्रैगन के आने पर उपकरणों की निगरानी का प्रशिक्षण ले रहे हैं। इसके पहले, हेग, विलियम्स, विल्मोर और रोस्कोस्मोस के गोरबुनोव 3 नवंबर को ड्रैगन पर एक नए डॉकिंग पोर्ट पर जाएंगे, जिससे कार्गो मिशन के लिए स्टेशन का प्रमुख पोर्ट खाली हो जाएगा।