ChatGPT पर बैन लगा सकता है जर्मनी, क्या हैं इससे जुड़ी चिंताएं?
आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) चैटबॉट ChatGPT जितनी तेजी से लोकप्रिय हुआ, उतनी ही तेजी से अब इसके संभावित दुष्परिणामों पर चर्चा हो रही है। कुछ देशों में तो इसे प्रतिबंधित भी किया जा चुका है। हाल ही में इटली ने ChatGPT पर बैन लगाया है। अब जर्मनी के डाटा प्रोटक्शन कमिश्नर ने चेतावनी दी है कि डाटा सिक्योरिटी से जुड़ी चिंताओं के चलते ChatGPT को जर्मनी में बैन किया जा सकता है। आइये इससे जुड़ी चिंताएं जानते हैं।
जर्मनी ने इटली से मांगी प्रतिबंध से जुड़ी जानकारी
जर्मन डाटा प्रोटक्शन कमिश्नर उलरिच केलबर ने यह स्पष्ट किया कि ChatGPT को ब्लॉक करने का निर्णय सरकार के अधिकार क्षेत्र में आएगा, लेकिन उन्होंने बैन किए जाने की किसी मौजूदा कार्रवाई का उल्लेख नहीं किया। उन्होंने बताया कि जर्मनी ने इटली से ChatGPT पर अस्थायी प्रतिबंध लगाने से जुड़ी अधिक जानकारी मांगी है। ChatGPT की लोकप्रियता की बात करें तो माइक्रोसॉफ्ट के सह-संस्थापक बिल गेट्स ने इसे 40 वर्षों में सबसे "क्रांतिकारी" टेक्नोलॉजी कहा है।
ChatGPT पर यूजर्स की उम्र की जांच में विफल रहने का आरोप
ChatGPT के इस्तेमाल पर कॉलेज-यूनिवर्सिटी स्तर पर कुछ देशों में बैन लगा है, लेकिन इटली पहला देश है, जिसने पूरी तरह से इसे बैन कर दिया है। इटली में 20 मार्च को ChatGPT द्वारा यूजर्स की बातचीत और उसके पेमेंट डिटेल्स से जुड़ी जानकारी को लेकर डाटा उल्लंघन का मामला सामने आने के बाद इस पर बैन लगाया गया। इटैलियन डाटा प्रोटक्शन वॉचडॉग ने OpenAI पर ChatGPT यूजर्स की उम्र की जांच करने में भी विफल रहने का आरोप लगाया।
यूजर्स की बातचीत और बैंक डिटेल्स दूसरों के साथ शेयर करने का आरोप
इटली में ChatGPT द्वारा डाटा उल्लंघन का जो मामला सामने आया है, उसके मुताबिक, ये यूजर्स की बातचीत के अलावा उनकी फाइनेंशियल जानकारी, नाम, बिलिंग एड्रेस, क्रेडिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड की एक्सपायरी तारीख, क्रेडिट कार्ड के अंतिम चार नंबर आदि जानकारी अन्य यूजर्स के साथ शेयर कर रहा था। ChatGPT के इस्तेमाल की न्यूनतम उम्र 13 वर्ष निर्धारित की गई है और ये उसको भी नहीं पकड़ पा रहा है।
अन्य देश भी लगा सकते हैं बैन
रिपोर्ट के मुताबिक, फ्रांस और आयरलैंड जैसे देशों के भी प्राइवेसी वॉचडॉग ने भी कहा कि उन्होंने इसके नतीजों पर चर्चा करने के लिए इटली के डाटा नियामक से संपर्क किया है। ऐसे में आने वाले समय में कुछ और देश भी ChatGPT के बैन पर प्रतिबंध लगा सकते हैं। ChatGPT एक जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है। इसे OpenAI ने बनाया है। OpenAI में माइक्रोसॉफ्ट ने पैसा निवेश किया है।
क्या है ChatGPT?
ChatGPT जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस चैटबॉट है। यह गूगल की तरह किसी भी जानकारी का जवाब देने के लिए वेबसाइटों का लिंक देने की जगह टेक्स्ट या कहें कि चैट फॉर्मेट में जानकारी देता है। यह कविता, कहानी, स्क्रिप्ट और मेल लिखने जैसे कई कार्य करने में सक्षम है। OpenAI ने हाल ही में इसका GPT-4 मॉडल लॉन्च किया है। GPT-4 अपने पुराने GPT-3 और GPT-3.5 मॉडल से ज्यादा तेज और सटीक जानकारी देता है।