जल्द भारत में आईफोन 12 की मैन्युफैक्चरिंग शुरू कर सकती है ऐपल- रिपोर्ट
कैलिफोर्निया की प्रीमियम टेक कंपनी ऐपल भारत में अपने कई डिवाइसेज मैन्युफैक्चर करती है और जल्द ही आईफोन 12 इस लिस्ट में शामिल हो सकता है। बिजनेस स्टैंडर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि ऐपल पिछले साल लॉन्च आईफोन 12 की मैन्युफैक्चरिंग भारत में शुरू करने पर विचार कर रही है। रिपोर्ट की मानें तो अमेरिकन कंपनी भारत में अपनी मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी का सात से 10 प्रतिशत हिस्सा आईफोन 12 के नाम कर सकती है।
ये कंपनियां बनाएंगी नए आईफोन
ऐपल अपने कुछ मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग का काम पहले ही भारत में कर रही है, जिनमें आईफोन SE (2020), आईफोन XR और आईफोन 11 शामिल हैं। कंपनी के लिए भारत में ये डिवाइस फॉक्सकॉन, विस्ट्रॉन और पेगाट्रॉन जैसे कॉन्ट्रैक्ट पार्टनर्स मैन्युफैक्चर करते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि फॉक्सकॉन और विस्ट्रॉन के अलावा पेगाट्रॉन भी आईफोन 12 की लोकल मैन्युफैक्चरिंग शुरू करना चाहती है। भारत में आईफोन 12 बनने के बाद इसकी कीमत में कटौती की जा सकती है।
मिलेगा सरकारी स्कीम का फायदा
भारत में आईफोन 12 की मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने के चलते ऐपल को भारत सरकार की ओर से लाई गई प्रोडक्शन-लिंक्ड इंसेंटिव (PLI) स्कीम का फायदा भी मिलेगा। मेड इन इंडिया आईफोन 12 मॉडल्स के लिए कंपनी को भारी-भरकम इंपोर्ट टैक्स नहीं देने होंगे, जिससे इसे कम कीमत पर भारतीय ग्राहकों के लिए मार्केट में उतारा जा सकेगा। पेगाट्रॉन की मानें तो मेड इन इंडिया आईफोन 12 यूनिट्स साल 2021 में उपलब्ध होंगे और इन्हें ग्लोबल मार्केट में भेजा जाएगा।
चीन पर निर्भरता कम करना चाहती है ऐपल
बीते दिनों सामने आया था कि अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर की स्थिति के चलते ऐपल मैन्युफैक्चरिंग से जुड़े काम के लिए चीन पर निर्भरता कम करना चाहती है। भारत में नए आईफोन मॉडल्स की मैन्युफैक्चरिंग के अलावा कंपनी की कोशिश आईपैड की मैन्युफैक्चरिंग वियतनाम में शिफ्ट करने की है। इसके लिए फॉक्सकॉन भारत में एक बिलियन डॉलर (करीब 7,309 करोड़ रुपये) का निवेश कर सकती है और जल्द भारत में बने लेटेस्ट आईफोन मॉडल्स मार्केट में होंगे।
बाकी देशों के मुकाबले ज्यादा कीमत
ऐपल के नए आईफोन लाइनअप की कीमत भारत में दूसरे देशों के मुकाबले काफी ज्यादा है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कंपनी को बने बनाए डिवाइस भारत में इंपोर्ट करने होते हैं और इनके बदले बड़ी रकम टैक्स के तौर पर देनी पड़ती है। भारत में मैन्युफैक्चरिंग शुरू करने का मतलब है कि ऐपल को यह टैक्स नहीं देना होगा। कंपनी ने भारत में मैन्युफैक्चर होने वाले मॉडल्स की कीमत में कटौती की है और फिर ऐसा हो सकता है।