क्या है कर्नाटक का PayCM विवाद जिसमें आमने-सामने आए भाजपा और कांग्रेस?
कर्नाटक का 'PayCM' विवाद बढ़ता ही जा रहा है और आज मामले में कर्नाटक कांग्रेस प्रमुख डीके शिवकुमार समेत पार्टी के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया गया। हिरासत में लिए गए कांग्रेस के नेताओं में बीके हरिप्रसाद, प्रियांक खड़गे और रणदीप सिंह सुरजेवाला जैसे नेता भी शामिल हैं। विधानसभा से चंद महीने पहले राज्य की राजनीति में भूचाल ला देने वाला ये विवाद आखिर क्या है, आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
अप्रैल में ठेकेदार की आत्महत्या से जुड़े हैं विवाद के तार
आज हो रहे इस विवाद की असल शुरूआत अप्रैल में संतोष पाटिल नामक एक ठेकेदार की आत्महत्या से हुई थी। ठेकेदार ने आत्महत्या से पहले अपने दोस्त को मैसेज करते हुए कहा था कि पंचायती राज मंत्री केएस ईश्वरप्पा (अब पूर्व मंत्री) उसकी मौत के लिए जिम्मेदार हैं और उन्होंने उससे चार करोड़ रुपये के काम में 40 प्रतिशत कमीशन की मांग की थी। मामले में पुलिस ने ईश्वरप्पा को क्लीन चिट दे दी थी।
ठेकेदार की आत्महत्या का PayCM विवाद से क्या संबंध?
ठेकेदार की आत्महत्या का ये मामला सामने आने के बाद से ही कांग्रेस भाजपा सरकार पर हमलावर बनी हुई है और उस पर सभी ठेकों में 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगा रही है। इसी कड़ी में इस हफ्ते की शुरूआत में बेंगलुरू में पेटीएम के डिजाइन में PayCM के पोस्टर लगाए जिनमें मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई की तस्वीर वाला एक QR कोड है। इन पोस्टर्स पर लिखा हुआ है, "यहां 40 प्रतिशत स्वीकार किए जाते हैं।"
QR कोड को स्कैन करने पर क्या होता है?
PayCM के QR कोड को स्कैन करने पर यूजर्स को '40 प्रतिशत सरकार' नामक वेबसाइट पर भेजा जाता है। कांग्रेस ने कुछ दिन पहले ही इस वेबसाइट को लॉन्च किया था और इसमें बोम्मई सरकार पर 40 प्रतिशत कमीशन लेने का आरोप लगाया गया है।
मुख्यमंत्री बोम्मई ने आरोपों पर क्या कहा है?
मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस के इस पूरे अभियान को एक साजिश बताया था और कहा था कि कांग्रेस ने अपने दावों के समर्थन में एक भी सबूत नहीं दिया है। समाचार एजेंसी ANI से बात करते हुए उन्होंने कहा था, "ये सब राजनीति से प्रेरित है। मैंने उन्हें सबूत पेश करने की चुनौती दी है। उनके कार्यकाल के दौरान कई घोटाले हुए थे जिनकी जांच करने की जरूरत है।"
पुलिस ने मामले में क्या कार्रवाई की है?
कर्नाटक पुलिस मुख्यमंत्री बोम्मई के निर्देश पर PayCM विवाद की जांच कर रही है और डीके शिवकुमार समेत कांग्रेस के कई नेताओं को हिरासत में ले लिया है। पोस्टर्स लगाने के आरोप में वह बुधवार रात को कर्नाटक कांग्रेस की सोशल मीडिया टीम के पूर्व प्रमुख बीआर नायडू को गिरफ्तार भी कर चुकी है। इस कार्रवाई के बावजूद पूर्व मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने कहा है कि राज्यभर में कांग्रेस का ये अभियान जारी रहेगा।
अभिनेता का कांग्रेस पर गैरकानूनी तरीके से चेहरा इस्तेमाल करने का आरोप
पूरे विवाद में एक और दिलचस्प ट्विस्ट तब आ गया जब बेंगलुरू में रहने वाले अभिनेता अखिल अय्यर ने ट्वीट करते हुए आरोप लगाया कि कांग्रेस ने गैरकानूनी तरीके से और बिना उनकी सहमति के उनका चेहरा '40 प्रतिशत सरकार' अभियान के पोस्टर्स पर लगाया है। उन्होंने मामले में कानूनी कदम उठाने की धमकी भी दी है। इसके अलावा उन्होंने राहुल गांधी और सिद्धारमैया से भी मामले पर ध्यान देने की अपील की है।
न्यूजबाइट्स प्लस
कर्नाटक में अगले साल मार्च-अप्रैल में विधानसभा चुनाव होने हैं और मई तक नई सरकार का गठन होना है। इस चुनाव में मुख्य मुकाबला भाजपा और कांग्रेस के बीच होगा। अभी राज्य की सत्ता पर भाजपा काबिज है, हालांकि मुख्यमंत्री बोम्मई कई मुद्दों पर घिरे हुए हैं और बीच में भाजपा हाईकमान के उन्हें बदलने पर विचार करने की खबरें भी सामने आई थीं। बोम्मई के मुख्यमंत्री बनने के बाद राज्य में सांप्रदायिक तनाव भी बढ़ा है।