सपा और कांग्रेस के बीच फिर बिगड़ रहे समीकरण, क्या मुलायम सिंह की सीख है वजह?
क्या है खबर?
अगले साल होने वाले लोकसभा चुनावों के लिए भले ही विपक्षी दलों ने INDIA गठबंधन बना लिया हो, लेकिन जमीनी स्तर पर हर दूसरे दल के बीच टकराव है।
समाजवादी पार्टी (सपा) और कांग्रेस के बीच तो ये टकराव बयानबाजी में भी दिखाई देने लगा है।
खासकर अखिलेश यादव तो कांग्रेस से चिढ़े हुए हैं, जिसके पीछे की वजह सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव की सीख बताई जा रही है।
सीख
मुलायम सिंह ने अखिलेश यादव को क्या सीख दी थी?
सपा के एक वरिष्ठ नेता ने न्यूज18 को बताया कि 2017 के विधानसभा चुनावों के लिए दिवंगत मुलायम सिंह यादव ने अपने बेटे अखिलेश यादव को कांग्रेस के साथ गठबंधन करने की बड़ी गलती न करने की सलाह दी थी। सलाह न मानने से चुनावों में सपा का सबसे खराब प्रदर्शन देखने को मिला।
सपा नेता का मानना है कि अखिलेश अपने पिता की सीख से सबक लिया और उस पर आज भी अमल कर रहे हैं।
जानकारी
अमेठी और रायबरेली में उम्मीदवार उतार सकते हैं अखिलेश
हिंदुस्तान की एक रिपोर्ट के अनुसार, सपा के कुछ नेताओं को लगता है कि कांग्रेस के अड़ियल रुख से गुस्से में आकर अखिलेश उत्तर प्रदेश में रायबरेली और अमेठी से अपने लोकसभा उम्मीदवार तक उतार सकते हैं।
बंटवारा
अखिलेश यादव ने कांग्रेस को चेताया
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक कांग्रेस राष्ट्रीय स्तर पर 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए सीटों का बंटवारा करना चाहती है, लेकिन क्षेत्रीय पार्टियों का कहना है कि भाजपा को हराने के लिए हर सीट जरूरी है।
कांग्रेस ने मध्य प्रदेश में सपा को कोई सीट नहीं दी, जिससे अखिलेश नाराज हैं। नाराजगी जाहिर करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस को वैसा ही व्यवहार झेलना पड़ेगा, जैसा मध्य प्रदेश में उनकी पार्टी के साथ किया गया था।
नाराज
कांग्रेस के रुख से नाराज हैं अखिलेश
रिपोर्ट के अनुसार, सूत्रों ने कहा कि INDIA गठबंधन की कुछ पार्टियों ने कांग्रेस से 'बड़ा दिल' दिखाने और सपा के लिए कुछ सीटें छोड़ने को कहा है।
दूसरी ओर, कांग्रेस नेताओं का तर्क है कि हर सीट महत्वपूर्ण है और जोर दिया कि गठबंधन लोकसभा चुनावों के लिए है।
इससे चिढ़े हुए अखिलेश ने कहा कि यदि पता होता कि गठबंधन प्रदेश स्तर पर नहीं होगा तो वो इस पर विचार करते।
चिंता
सपा-कांग्रेस के बीच तकरार से बढ़ी अन्य दलों की चिंता
अखिलेश यादव के चिरकुट वाले बयान पर कांग्रेस नेता अजय राय ने उनके पिता मुलायम सिंह तक पहुंच गए, जिससे NDIA गठबंधन से जुड़े अन्य दलों को इसके भविष्य की चिंता सताने लगी है।
रिपोर्ट के अनुसार, कांग्रेस के 'बड़े भाई' वाले रुख से कई दल परेशान हैं जिसका सीधा असर गठबंधन पर पड़ सकता है।
सपा सांसद जावेद अली ने कहा कि बड़ी पार्टी होने के नाते गठबंधन को जोड़कर रखने की जिम्मेदारी कांग्रेस की है।