कर्नाटक चुनाव का मतदान खत्म, 5 बजे तक 65.69 प्रतिशत मत पड़े
कर्नाटक चुनाव का मतदान खत्म हो गया है। यहां शाम 5 बजे तक मतदान प्रतिशत 65.69 रहा। कर्नाटक की 224 सीटों के लिए सुबह 7 बजे से मतदान की प्रक्रिया शुरू हुई थी। चुनाव आयोग ने मतदान के मद्देनजर पोलिंग बूथों पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए थे, जिसके बाद यहां मतदान प्रक्रिया शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हो गई। 13 मई को चुनाव के नतीजे घोषित किये जाएंगे।
दोपहर के बाद मतदान में आई तेजी
कर्नाटक में मतदान शाम 6 बजे खत्म हुआ। सुबह कम संख्या में लोग पोलिंग बूथों पर पहुंचे और सुबह 11 बजे तक यहां 20.94 प्रतिशत ही मतदान हुआ था, लेकिन दोपहर बाद मतदान ने तेजी पकड़ी। दोपहर 1 बजे तक 37.25 प्रतिशत मतदान हो चुका था, जो दोपहर 3 बजे तक बढ़कर 52.03 प्रतिशत पर पहुंच गया। शाम 5 बजे तक करीब 65.69 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर चुके थे।
भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी सरकार बनाने का किया दावा
मतदान के दौरान भाजपा और कांग्रेस ने अपनी-अपनी जीत का दावा किया है। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव और वरिष्ठ नेता हरीश रावत का दावा है कि कांग्रेस कर्नाटक में पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने जा रही है। भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया का दावा है कि कर्नाटक की जनता ने भाजपा की डबल इंजन सरकार को ध्यान में रखते हुए मतदान किया है और भाजपा दोबारा सत्ता में काबिज होने जा रही है।
2,615 उम्मीदवार मैदान में
कर्नाटक की 224 विधानसभा सीटों के लिए कुल 2,615 उम्मीदवार की किस्मत अब EVM में कैद हो गई है। इनमें 2,430 पुरुष उम्मीदवार, 184 महिला उमीदवार और एक ट्रांसजेंडर उम्मीदवार शामिल है। भाजपा ने सभी 224 सीटों पर अपने उम्मीदवारों को उतारा है, जिनमें 12 महिलाएं शामिल हैं। कांग्रेस ने 11 महिला उम्मीदवारों समेत 223 सीटों पर अपने उम्मीदवार घोषित किये हैं। जनता दल (सेक्युलर) ने 224 सीटों में से 209 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारे हैं।
क्या रहे थे पिछले विधानसभा चुनाव के नतीजे?
2018 कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा ने 104 सीटों पर जीत दर्ज की थी। कांग्रेस ने 80 सीटें हासिल की थीं, वहीं जनता दल (सेक्युलर) के खाते में 37 सीटें आई थीं। अन्य पार्टियां और निर्दलीय उम्मीदवार 3 सीटें जीतने में कामयाब रहे थे। अगर वोट प्रतिशत की बात करें तो कांग्रेस को सर्वाधिक 38.14 प्रतिशत वोट प्राप्त हुए थे, वहीं भाजपा ने 36.35 प्रतिशत वोट हासिल किए थे। अधिक वोट मिलने के बावजूद कांग्रेस को कम सीटें मिली थीं।