सर्वदलीय बैठक में केंद्र सरकार ने कहा- अफगानिस्तान से सभी भारतीयों को बाहर निकालना सर्वोच्च प्राथमिकता
केंद्र सरकार ने आज सर्वदलीय बैठक करते हुए 31 विपक्षी पार्टियों को अफगानिस्तान की स्थिति की जानकारी दी। बैठक में सरकार ने बताया कि उसकी सर्वोच्च प्राथमिकता अफगानिस्तान में फंसे सभी भारतीयों को निकालना है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि सरकार की दीर्घकालिक प्राथमिकता अफगानिस्तान के लोगों की दोस्ती है। उन्होंने बताया कि मामले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से फोन पर बात की है।
अपने सभी नागरिकों को निकालने का प्रयास कर रहा भारत- जयशंकर
विदेश मंत्री ने बैठक में बताया कि अफगानिस्तान में स्थिति बेहद चिंताजनक है और भारत अपने नागरिकों को निकालने का हरसंभव प्रयास कर रहा है। उन्होंने कहा, "हम ज्यादातर भारतीयों को वापस ले लाए हैं, लेकिन सभी को नहीं। कुछ कल वाली फ्लाइट के लिए पहुंच नहीं सके। हम हर किसी को वापस लाने का प्रयास करेंगे। हमने एक ई-वीजा नीति बनाई है और सरकार जल्द सभी को बाहर निकालने के लिए प्रतिबद्ध है... 15,000 लोगों ने मदद मांगी है।"
तालिबान ने अमेरिका से किया वादा तोड़ा- सरकार
सूत्रों ने NDTV को बताया कि सरकार ने विपक्षी पार्टियों से कहा कि तालिबान ने काबुल पर कब्जे से पहले दोहा में अमेरिका और उसके सहयोगियों से किए गए वादों को तोड़ा है। बैठक में शामिल रहे भाजपा नेता प्रसन्ना आचार्य ने बताया कि बैठक में सरकार ने अफगानिस्तान में भारत के अलग-थलग पड़ने की रिपोर्ट्स को खारिज किया। सरकार ने ये भी बताया कि 15,000 से अधिक लोगों ने अफगानिस्तान से भागने में उसकी मदद मांगी है।
कांग्रेस ने महिला अफगान सांसद को वापस भेजे जाने पर चिंता जताई
बैठक में शामिल हुए राज्यसभा के नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने बताया कि उनकी कांग्रेस पार्टी ने बैठक में एक महिला अफगान सांसद को वापस भेजने की रिपोर्ट्स पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि सरकार ने माना कि मामले में गलती हुई है और आगे से ऐसी गलती नहीं होगी। खड़गे ने सरकार को अपना समर्थन भी दिया और कहा कि काबुल और अफगानिस्तान की स्थिति पूरे देश की समस्या है।
बैठक में शामिल रहे छह केंद्रीय मंत्री, बड़े विपक्षी नेता भी रहे मौजूद
प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश के बाद बुलाई गई इस बैठक में छह केंद्रीय मंत्रियों ने हिस्सा लिया। इनमें विदेश मंत्री जयशंकर के अलावा विदेश राज्य मंत्री मीनाक्षी लेखी, संसदीय कार्य मंत्री प्रहलाद जोशी, वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल, विदेश राज्य मंत्री व मुरलीधरण और केंद्रीय मंत्री अर्जुन मेघवाल शामिल रहे। विपक्ष की तरफ से खड़गे, लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष अधीर रंजन चौधरी और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार समेत कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया।
भारत ने अभी तक अफगानिस्तान से निकाले 600 से अधिक लोग
बता दें कि भारत अभी तक कुल 626 लोगों को अफगानिस्तान से बाहर निकाल चुका है जिनमें 228 भारतीय नागरिक हैं। इसके अलावा भारत अफगान सिख और हिंदुओं को निकालने का प्रयास भी कर रहा है और अभी तक 77 अफगान सिखों को भारत लाया जा चुका है। कई अफगानी सांसद भी भारत लाए गए हैं। लेकिन अभी भी अफगानिस्तान के कई शहरों में लगभग 1,000 भारतीय नागरिक फंसे हुए हैं और सरकार उन्हें निकालने का प्रयास कर रही है।