उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा में शामिल हुईं अपर्णा यादव
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव भाजपा में शामिल हो गई हैं। उन्होंने उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रमुख स्वतंत्र देव सिंह और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य की उपस्थिति में सदस्यता ग्रहण की और कहा कि वो हमेशा से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा की नीतियों से प्रभावित रही हैं। उन्होंने कहा, "मेरे चिंतन में राष्ट्र सबसे पहले है। अब मैं राष्ट्र की आराधना करने निकली हूं। "
भाजपा में शामिल होने के बाद वरिष्ठ नेताओं से मिलीं अपर्णा यादव
सपा के लिए बड़ा झटका
कुछ दिनों से कयास लगाए जा रहे थे कि अपर्णा भाजपा में शामिल हो सकती हैं। मंगलवार को उन्होंने उत्तर प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह के साथ दिल्ली आकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात की थी। गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही भाजपा के कई मंत्री और विधायक पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हुए थे। ऐसे में भाजपा ने अपर्णा को अपने साथ लाकर सपा को बड़ा झटका दिया है।
सपा की टिकट पर लड़ा था पिछला विधानसभा चुनाव
अपर्णा यादव ने 2017 में सपा की टिकट पर लखनऊ कैंट सीट से चुनाव लड़ा था। इस चुनाव में उन्हें भाजपा उम्मीदवार रीता बहुगुणा जोशी के हाथों हार का सामना करना पड़ा था। मीडिया में खबरें हैं कि वो इस बार भी इसी सीट से चुनाव लड़ना चाहती थीं, लेकिन अखिलेश यादव ने परिवार से किसी दूसरे सदस्य को चुनाव में न उतारने का फैसला लिया है। इस वजह से अपर्णा पाला बदलकर भाजपा में शामिल हो गईं।
कौन हैं अपर्णा यादव?
अपर्णा यादव मुलायम सिंह यादव के बेटे प्रतीक की पत्नी हैं। उनके पिता वरिष्ठ पत्रकार रहे हैं और सपा सरकार में वो सूचना आयुक्त के पद पर भी रहे थे। अपर्णा की स्कूली शिक्षा लखनऊ के लोरेटो कॉन्वेंट स्कूल में हुईं और प्रतीक यादव के साथ उनकी जान-पहचान यहीं से शुरू हुई थी। 2010 में दोनों की शादी सैफई में हुई थी। अपर्णा ने ब्रिटेन की मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी से इंटरनेशनल रिलेशन एंड पॉलिटिक्स में मास्टर्स की पढ़ाई की है।
उत्तर प्रदेश में कब होंगे चुनाव?
चुनाव आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे। इसके तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों की मतगणना 10 मार्च को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे। राज्य में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा समेत कई प्रमुख दल मैदान में हैं।
क्या रहे थे पिछली बार के नतीजे?
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 403 सीटें हैं। 2017 में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 324 सीटें जीती थीं और राज्य में सरकार बनाई थी। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था और 54 सीटें जीती थीं। इनमें से सपा ने 47 और कांग्रेस ने सात सीटें जीती थीं। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। चुनाव बाद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।