विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं अखिलेश यादव, सीट फाइनल होना बाकी

समाजवादी पार्टी (सपा) के प्रमुख अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव लड़ सकते हैं। सूत्रों ने बताया कि अखिलेश ने चुनावी मैदान में उतरने का मन बना लिया है, लेकिन अभी तक उनकी सीट फाइनल नहीं हुई है। इससे पहले अखिलेश यादव ने कहा था कि वो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे और प्रदेश की हर सीट पर बराबर ध्यान देंगे। बता दें कि अखिलेश आजमगढ़ लोकसभा सीट से सांसद हैं और उन्होंने कभी विधानसभा चुनाव नहीं लड़ा है।
मीडिया में सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों में बताया गया है कि अखिलेश यादव पूर्वांचल की किसी सीट या लखनऊ जैसी महत्वपूर्ण सीट से दावेदारी पेश करेंगे। ऐसे भी कयास लगाए जा रहे हैं कि वो दो विधानसभा सीटों से चुनावी मैदान में उतर सकते हैं। बताया जा रहा है कि योगी आदित्यनाथ की विधानसभा चुनाव लड़ने की पुष्टि के बाद अखिलेश यादव पर दबाव बढ़ गया है और अब वो भी चुनाव लड़ सकते हैं।
भाजपा ने योगी आदित्यनाथ को गोरखपुर शहर विधानसभा सीट से अपना प्रत्याशी बनाया है। यह योगी का पहला विधानसभा चुनाव होगा। पहले उन्हें अयोध्या या मथुरा से टिकट देने के कयास लगाए गए थे।
बीते साल नवंबर में अखिलेश ने मीडिया से बात करते हुए कहा था कि वो विधानसभा चुनाव नहीं लड़ेंगे। हालांकि, इसके तुरंत बाद पार्टी ने स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा कि इस बारे में पार्टी ही फैसला करेगी और अभी तक कोई निर्णय नहीं हुआ है। 2012 में जब अखिलेश मुख्यमंत्री बने थे, तब वो कन्नौज से लोकसभा सांसद थे। बाद में विधान परिषद के सदस्य बने और पांच साल तक मुख्यमंत्री रहे।
चुनाव आयोग की ओर से घोषित किए गए कार्यक्रम के अनुसार उत्तर प्रदेश में सात चरणों में चुनाव होंगे। इसके तहत 10 फरवरी, 14 फरवरी, 20 फरवरी, 23 फरवरी, 27 फरवरी, 3 मार्च और 7 मार्च को वोट डाले जाएंगे। इसके बाद उत्तर प्रदेश और चार अन्य राज्यों की मतगणना 10 मार्च को होगी और उसी दिन परिणाम घोषित किए जाएंगे। राज्य में भाजपा, कांग्रेस, सपा, बसपा समेत कई प्रमुख दल मैदान में हैं।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 403 सीटें हैं। 2017 में भाजपा और उसकी सहयोगी पार्टियों ने 324 सीटें जीती थीं और राज्य में सरकार बनाई थी। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा था और 54 सीटें जीती थीं। इनमें से सपा ने 47 और कांग्रेस ने सात सीटें जीती थीं। वहीं बहुजन समाज पार्टी ने 19 सीटों पर जीत हासिल की थी। चुनाव बाद योगी आदित्यनाथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने थे।