मणिपुर घूमने जाएं तो इन 5 खूबसूरत जगहों का जरूर करें रुख
पूर्वोत्तर भारत में स्थित मणिपुर न केवल अपनी समृद्ध परंपराओं और संस्कृति के लिए जाना जाता है, बल्कि अपने बेहतरीन नजारों, सुंदर वास्तुकला, स्थानीय संगीत, पारंपरिक डांस और स्वादिष्ट व्यंजनों के लिए भी जाना जाता है। इसकी खूबियों की वजह से इसे "भारत का गहना" भी कहा जाता है। अगर आप मणिपुर घूमने की योजना बना रहे हैं तो यहां की इन 5 लुभावनी जगहों की यात्रा जरूर करें।
लोकटक झील
मणिपुर के आकर्षणों में से एक लोकटक झील तैरने वाले द्वीपों वाली एकमात्र झील है। यह पूर्वोत्तर भारत की सबसे बड़ी मीठे पानी की झील भी है, जो 240 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई है। यहां पर फुमदीस नामक कई तैरते हुए द्वीप हैं, जो स्थानीय मछुआरों की जीविका के स्रोत के रूप में काम करते हैं। यहां पर घूमने के लिए नवंबर और फरवरी सबसे अच्छा समय है।
कंगला किला
कंगला किला मणिपुर के गौरवशाली और ऐतिहासिक अतीत को दर्शाता है। साल 1891 तक यह किला सत्ता की सीट के रूप में काम करता था और विभिन्न शासकों का प्रतिनिधित्व करता था, जिन्होंने प्राचीन काल में इस जगह पर शासन किया था। मणिपुर की राजधानी इंफाल के केंद्र में स्थित इस किले में एक विक्टोरियन युग का संग्रहालय, गोविंदजी मंदिर और आंतरिक और बाहरी खाई हैं, जो देखने लायक है।
खयांग चोटी
समुद्र तल से 3,114 मीटर की ऊंचाई पर स्थित खयांग चोटी मणिपुर के उखरुल जिले की सबसे ऊंची चोटियों में से एक है। इस क्षेत्र में लहरदार घाटियों, सुंदर गांवों और घुमावदार धाराओं सहित आसपास के मनोरम दृश्य मौजूद हैं। आप यहां बहुत सारे साहसिक खेलों का आनंद ले सकते हैं। यह ट्रेकिंग के शौकीन लोगों के लिए भी एक आदर्श स्थान है। ट्रेकिंग के शौकीन इन जगहों का भी रुख कर सकते हैं।
केबुल लामजाओ नेशनल पार्क
मणिपुर के बिष्णुपुर जिले में स्थित केबुल लामजाओ नेशनल पार्क दुनिया का एकमात्र तैरता हुआ पार्क है। 40 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्र में फैली हुई यह जगह संगाई हिरण का एकमात्र प्राकृतिक आवास है। यहां आप हॉग हिरण, ऊदबिलाव, जलपक्षी और कई प्रवासी पक्षी भी देख सकते हैं। बर्ड वॉचिंग के लिए भारत की ये जगहें भी मशहूर हैं।
खांगखुई गुफा
मणिपुर के उखरुल जिले में स्थित खांगखुई गुफा एक प्राकृतिक चूना पत्थर की गुफा है, जो हर साल दुनियाभर से पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है। यह गुफा पाषाण युग के समुदायों के आवासों के प्रमाण से संबंधित खोजों का गवाह रही है। इसके अलावा गुफा में चूना पत्थर की संरचनाओं के विशाल तलछट भी हैं। इस गुफा के अंदर 5 सुरंगें और 2 कक्ष आपको एक रहस्यमयी अनुभव देने में मदद करते हैं।