हर तरह के कैंसर से बचाते हैं ये खाद्य पदार्थ, आज ही डाइट में करें शामिल
कैंसर का नाम सुनते ही सबकी हालत ख़राब हो जाती है, क्योंकि यह एक जानलेवा बीमारी है। बदलती जीवनशैली और खानपान की वजह से लोग तेज़ी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। एक सर्वे से पता चला कि हर साल लगभग 80% लोग इस बीमारी की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे खाद्य पदार्थों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिनके सेवन से कैंसर को बढ़ने से रोका जा सकता है।
हल्दी और ज़ैतून का तेल
हल्दी में इंफ़्लेमेटरी व एंटी-ऑक्सीडेंट गुण पाए जाते हैं। इसका रोज़ाना सेवन करने पर कैंसर के सेल्स बढ़ते नहीं है। यह फेफड़े, स्तन, प्रोस्टेट कैंसर की कोशिकाओं की वृद्धि को कम करने में मददगार है। इसके अलावा एक शोध के अनुसार, जैतून के तेल से बनी चीज़ें खाने से कैंसर, दिल का दौरा और स्ट्रोक का ख़तरा काफ़ी हद तक कम हो जाता है। इसके साथ ही इसके सेवन से कोलोरेक्टल कैंसर की दर में भी कमी आती है।
खट्टे फल और सन का बीज
नींबू, अंगूर और संतरा जैसे खट्टे फलों का सेवन स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। इनके सेवन से शरीर में कैंसर सेल्स की वृद्धि नहीं होती है। सप्ताह में तीन बार खट्टे फल खाने से पेट के कैंसर का ख़तरा कम होता है। इसके अलावा सन का बीज भी कैंसर से बचाता है। इसमें लाइगेन नामक हार्मोन होता है, जिसमें एंटी-ऑक्सीडेंट गुण होते हैं। ये कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकते हैं और ब्रेस्ट एवं प्रोस्टेट कैंसर से बचाते हैं।
गाजर और ब्रोकली
गाजर में एंटी-ऑक्सीडेंट, बीटा कैरोटीन, फाइबर, मिनरल्स और विटामिन भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इसके सेवन से पेट, प्रोस्टेट और फेफड़ों के कैंसर का ख़तरा काफ़ी हद तक कम होता है। ब्रोकली में सल्फोराफेन होता है, जो ब्रेस्ट कैंसर के ख़तरे को 75% तक कम करता है। साथ ही इसके सेवन से कोलोरेक्टल कैंसर का भी ख़तरा कम होता है। स्वस्थ रहने के लिए सप्ताह में 2-3 बार ब्रोकली ज़रूर खाएँ।
बेरीज का सेवन
बेरीज भी कैंसर से बचाने का काम करती हैं। इसमें एंथोसायनिन होता है, जो कैंसर सेल्स को बढ़ने से रोकता है। इनके सेवन से लीवर और स्किन कैंसर का ख़तरा कम होता है।
बींस और नट्स
बींस में कई ऐसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, जो कैंसर के ख़तरे को कम करते हैं। इसमें ज़्यादा मात्रा में फाइबर पाया जाता है, जो डायबिटीज़ से राहत और पाचन तंत्र भी मज़बूत करता है। नियमित नट्स का सेवन करने से कई तरह के कैंसर का ख़तरा कम होता है। इसमें सेलेनियम होता है, जो कैंसर सेल्स को ख़त्म करने के साथ ही फेफड़ों को कैंसर से बचाता है। इससे ब्रेस्ट कैंसर का भी ख़तरा कम होता है।
फैटी फिश और दालचीनी
सप्ताह में 2-3 बार फैटी फिश का सेवन करने से कैंसर सेल्स का बनना एक तिहाई कम हो जाता है। इसके लिए आप सालमन, मैकेरल और एंकोवी जैसी फिश का सेवन कर सकते हैं। इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड पाया जाता है। दालचीनी में एंटी-कैंसर गुण होते हैं, जो ट्यूमर के विकास को कम करते हैं। यह रक्त शर्करा के स्तर को कम करने और सूजन घटाने में भी मददगार है। इसके लिए दालचीनी की चाय या काढ़ा बनाकर पीएँ।