स्वास्थ्य के लिए मुसीबत बन सकता है जिंक सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन, हो सकती हैं समस्याएं
कई शारीरिक समस्याओं के उपचार के लिए डॉक्टर्स मल्टी विटामिन्स सप्लीमेंट्स खाने की सलाह देते हैं और इनमें जिंक सप्लीमेंट्स भी शामिल है। अगर आपको किसी समस्या के लिए डॉक्टर ने जिंक सप्लीमेंट्स खाने को कहा गया है तो भूल से भी इसका अधिक सेवन न करें क्योंकि इसके कारण कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। आइए आज हम आपको बताते हैं कि जिंक सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन करने से किन-किन समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
जी मचलाना और उल्टी आना
किसी भी चीज की अति नुकसान का कारण बन सकती है। भले आपको डॉक्टर ने किसी शारीरिक समस्या के लिए जिंक सप्लीमेंट्स लेने को कहा हो, लेकिन अगर आप इसका अधिक सेवन कर लेते हैं तो इससे पाचन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। इसके कारण आपको उल्टी और जी मचलाना की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, इससे पेट में दर्द, पेट में मरोड़े उठना, भूख कम लगना और सिरदर्द जैसी समस्याएं भी उत्पन्न हो सकती हैं।
कॉपर की कमी
आमतौर पर डॉक्टर जिंक सप्लीमेंट खाने की सलाह इसलिए देते हैं ताकि इससे शरीर में जिंक की कमी पूरी हो जाए। हालांकि, अगर आप इस सप्लीमेंट का सेवन अधिक करने लगते हैं तो शरीर में इसकी मात्रा काफी बढ़ जाती है और बाकि मिनरल्स की कमी हो जाती है। जिंक सप्लीमेंट का अधिक सेवन करने से शरीर में कॉपर की मात्रा कम हो जाती है, जिसके चलते शरीर में आयरन की कमी और मेटाबॉलिज्म पर नकारात्मक असर पड़ता है।
मुंह का स्वाद बिगड़ना
अगर शरीर में जिंक की पर्याप्त मात्रा मौजूद हो तो इससे मुंह का स्वाद बेहतर रहता है। वहीं, इसके विपरीत अगर जिंक सप्लीमेंट का अधिक सेवन कर लिया जाए तो इससे मुंह का स्वाद बिगड़ जाता है। चिकित्सक भाषा में इसे हाइपोगुसइआ की समस्या कहते हैं। इस परेशानी की वजह से मुंह के स्वाद में बदलाव हो रहते हैं। इस परेशानी से बचने के लिए जरूरी है कि जिंक सप्लीमेंट का अधिक सेवन न करें।
अच्छे कोलेस्ट्रॉल होता है प्रभावित
जिंक सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन शरीर की अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को भी प्रभावित कर सकता है, जिसके चलते हृदय रोग होने की संभावना बढ़ सकती है। बता दें कि हृदय को स्वस्थ रखने और इसकी कार्यक्षमता को बेहतर करने में अच्छे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा अहम भूमिका अदा करती है। यहीं नहीं, जिंक सप्लीमेंट्स का अधिक सेवन रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी प्रभावित कर सकता है, जिसके चलते शरीर जल्द ही बीमारियों और संक्रमण की चपेट में आ सकता है।