स्कर्वी: जानिए विटामिन-सी की कमी से जुड़ी इस बीमारी के कारण, लक्षण और बचाव के उपाय
क्या है खबर?
कुछ बीमारियां अचानक होती हैं और कुछ हमारी आदतों की वजह से। 'स्कर्वी' इन्हीं बीमारियों में से एक है जिसका संबंध हमारे खान-पान की आदत से है।
अगर खाने में पर्याप्त विटामिन-सी युक्त आहार न हों तो यह बीमारी आसानी से व्यक्ति को अपनी गिरफ्त में ले सकती है और इस कारण व्यक्ति को कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
चलिए फिर आज हम आपको इसी बीमारी से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें बताते हैं।
कारण
स्कर्वी के कारण
नियमित तौर पर शराब या ड्रग्स जैसे नशीले पदार्थों का सेवन करना और पौष्टिक आहार न लेना स्कर्वी का मुख्य कारण है। वहीं अवसाद या सिजोफ्रेनिया जैसी मानसिक बीमारियों से भी स्कर्वी का खतरा हो सकता है।
इसके अलावा किसी गंभीर बीमारी के उपचार के दौरान कीमोथेरेपी से भी स्कर्वी होने की संभावना बढ़ जाती है।
इसी के साथ डिहाइड्रेशन और किडनी में किसी तरह की समस्या भी स्कर्वी का कारण बन सकती है।
लक्षण
स्कर्वी से जुड़े लक्षण
मसूड़ों में सूजन और उनसे खून निकलना और दांतों का कमजोर होना स्कर्वी के प्रमुख लक्षण हैं। इसके अतिरिक्त आंखों में सूजन या आंखों का उभर आना भी स्कर्वी के आम लक्षण हैं।
हल्की चोट लगने पर भी त्वचा से जल्दी खून आना, घाव धीरे-धीरे भरना या ठीक हुए घावों का फिर से ताजा होना भी स्कर्वी के लक्षण हो सकते हैं।
त्वचा का पपड़ीदार और शुष्क होना भी स्कर्वी का संकेत हो सकता है।
निदान
स्कर्वी का कैसे पता लगाया जा सकता है?
अगर आपको अपने शरीर में स्कर्वी के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें ताकि वह कुछ मेडिकल जांच करके यह बता सकें कि आपको यह बीमारी है या नहीं।
इसके लिए डॉक्टर आपकी आहार संबंधी आदतों के बारे में पूछ सकते हैं। इसके अलावा डॉक्टर आपसे आपकी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में भी पूछ सकते हैं।
डॉक्टर आपको ब्लड टेस्ट कराने की सलाह दे सकते हैं जिससे शरीर में विटामिन-सी के स्तर का पता लगाया जाता है।
बचने के उपाय
स्कर्वी से बचने के उपाय
अगर आप स्कर्वी से बचकर रहना चाहते हैं तो अपनी डाइट में विटामिन-सी युक्त खाद्य पदार्थों को शामिल करें और ध्रूमपान, शराब और अन्य नशीले पदार्थों से दूरी बना लें।
नियमित योगाभ्यास और व्यायाम भी करते रहें क्योंकि बीमारियों से बचाव के लिए योग या व्यायाम करना जरूरी है।
इसी के साथ समय-समय पर अपना ब्लड टेस्ट कराते रहें ताकि वक्त रहते स्कर्वी जैसी बीमारियों से बचा जा सके।