नौकासन: अच्छे स्वास्थ्य के लिए जरुरी है यह योगासन, जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
खराब जीवनशैली शरीर को कई बीमारियों का घर बना सकती है और इन बीमारियों से बचने के लिए न सिर्फ दिनचर्या को ठीक करने की जरूरत होती है, बल्कि योग भी इसका एक कारगर उपाय है।
दरअसल, ऐसे कई योगासन हैं, जिनका नियमित अभ्यास शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए लाभदायक होता है। इन्हीं योगासनों में से एक है नौकासन, जिसका नियमित अभ्यास स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होता है।
चलिए फिर इस योगासन से जुड़ी कुछ अहम बातें जानते हैं।
अभ्यास
नौकासन के अभ्यास का तरीका
इसके लिए सबसे पहले योगा मैट पर श्वासन की मुद्रा में बिल्कुल सीधे लेट जाएं। इसके बाद अपने दोनों पैरों के पंजों को आपस जोड़ते हुए उन्हें 45 डिग्री तक सांस भरते हुए उठा लें।
अब अपने दोनों हाथों को कंधे की सीध में उठाते हुए घुटनों की तरफ एकदम सीधा रखें। इसी अवस्था में अपने सिर और पीठ को भी उठाएं और नाव का आकार ले लें।
इसके बाद सांस छोड़ते हुए धीरे-धीरे योगासन को छोड़ें।
सावधानियां
अभ्यास के दौरान बरतें सावधानी
1) अगर शरीर में कमजोरी, उच्च रक्तचाप, रीढ़ की हड्डी से जुड़ी कोई समस्या या माइग्रेन आदि से ग्रस्त हैं तो इस योगासन का अभ्यास न करें।
2) अगर इस योगासन का अभ्यास करते समय आपके हाथ या पैर में दर्द होता है तो भी इस योगासन का अभ्यास न करें।
3) इस योगासन का अभ्यास करते समय किसी भी तरह की जल्दबाजी न करें क्योंकि इससे चोट लगने का खतरा रहता है।
फायदे
नौकासन के रोजाना अभ्यास से मिलने वाले फायदे
नौकासन का रोजाना अभ्यास करने से कई स्वास्थ्य संबंधी लाभ मिलते हैं।
उदाहरण के लिए इस योगासन के नियमित अभ्यास से शरीर का संतुलन कायम रहता है और हाथ-पैर और पीठ को मजबूती मिलती है। इसके अतिरिक्त किडनी और पाचन तंत्र आदि पर भी इसका सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
अगर मानसिक स्वास्थ्य की बात करें तो नौकासन के रोजाना अभ्यास से दिमाग शांत रहता है और तनाव से काफी हद तक राहत मिलती है।
महत्वपूर्ण टिप्स
नौकासन का अभ्यास करने से संबंधित अन्य महत्वपूर्ण टिप्स
1) अगर आप पहली बार इस योगासन का अभ्यास करने जा रहे हैं तो सबसे पहले इसकी प्रक्रिया को अच्छी तरह से समझ लें और तभी इसका अभ्यास करें।
2) संभव हो सके तो इस योगासन का अभ्यास किसी योग शिक्षक की निगरानी में ही करें।
3) नौकासन का अभ्यास करने से पहले कुछ हल्की फुल्की स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज कर लें और इस योगासन का अभ्यास करते समय खाली पेट रहें।