खाने से जुड़े इन मिथकों को सच मानते हैं लोग, आप न करें भरोसा
क्या है खबर?
अलग-अलग प्रांत में भोजन को लेकर लोगों की अलग-अलग पसंद और सोच होती है। इसके अलावा खाने को लेकर उनकी अपनी अलग-अलग मान्यताएं भी होती हैं जिन पर पीढ़ियां दर पीढ़ियां दर भरोसा करती आ रही हैं।
आप भी बचपन से खाने से जुड़े कई मिथकों के बारे में सुनते आ रहे होंगे। लेकिन इन मिथकों पर भरोसा करने से पहले इनकी सच्चाई जानना जरूरी है।
चलिए फिर खाने से जुड़े कुछ मिथक और उनकी सच्चाई जानते हैं।
#1
मसालेदार खाने से होगा अल्सर
आमतौर पर अधिकतर लोगों की यह धारणा होती है कि मसालेदार खाने का सेवन करने से अल्सर (पेट से संबंधित समस्या) हो सकता है। लेकिन विभिन्न शोधों के अनुसार, पेट के अल्सर के पीछे का असली कारण हेलिओबैक्टीर पाइलोरी नामक बैक्टीरिया होता है।
इसके अलावा मसालेदार खाने में मिर्च का प्रभाव भी अधिक होता है। मिर्च में कैपसाइसिन नामक एक्टिव कपाउंड पाया जाता है जो पेट के एसिड को कम करके अल्सर से राहत दिलाने का काम कर सकता है।
#2
भूखे रहने से घटेगा वजन
कई लोग इस बात पर आंख मूंदकर भरोसा कर लेते हैं कि भूखे रहने से वजन जल्द घटता है, लेकिन यह पूरी तरह से गलत है।
दरअसल, भूखे रहने से एनर्जी कम हो जाती है जिसकी वजह से शरीर में मौजूद कैलोरी धीरे-धीरे जलती है। ऐसा करने से शुरूआत में आप भले ही आप अपना वजन कम करने में सफल हो जाएं, लेकिन वास्तव में आप मांसपेशियों का लचीलापन खो बैठते हैं जो बिल्कुल भी ठीक नहीं है।
#3
पपीते से होगा मिसकैरिज
हर गर्भवती महिला ने कभी न कभी इस मिथक के बारे में जरूर सुना होगा।
दरअसल, कच्चे और अधपके पपीते में लेटेक्स नामक एक एंजाइम होता है जो गर्भाशय के संकुचन को जन्म दे सकता है। इस एंजाइम की वजह से लेबर पेन जल्दी हो सकता है, इसलिए गर्भवती महिला को इसका सेवन बहुत कम करना चाहिए।
हालांकि फिर भी एहतियातन गर्भावस्था में पपीता न खाने की सलाह दी जाती है।
#4
पोषक तत्वों को नष्ट करता है माइक्रोवेव
अक्सर यह सुनने में आता है कि माइक्रोवेव खाने के पोषक तत्व को नष्ट करता है, इसलिए खाने को माइक्रोवेव में नहीं पकाना चाहिए।
लेकिन सच्चाई यह है कि माइक्रोवेव को खाना पकाने के अन्य तरीकों की तुलना में कम गर्मी और समय की आवश्यकता होती है। यह खाद्य पदार्थों की पोषण सामग्री को संरक्षित करने का सबसे अच्छा तरीका है।
आपको केवल एक बात का ध्यान रखना होगा कि आप अपने भोजन को अत्यधिक उच्च तापमान पर न पकाएं।