क्या है कुंडलिनी योग? जानिए इससे जुड़ी महत्वपूर्ण बातें
क्या है खबर?
कुंडलिनी योग एक प्राचीन योग पद्धति है, जो शरीर, मन और आत्मा को संतुलित करने में मदद करता है। यह योग विधि विशेष रूप से ऊर्जा जागरण पर केंद्रित है।
कुंडलिनी योग का अभ्यास करने से व्यक्ति की आंतरिक ऊर्जा सक्रिय होती है, जिससे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार होता है।
आइए आज हम आपको कुंडलिनी योग से जुड़ी महत्वपूर्ण बातों के बारे में विस्तार से बताते हैं।
#1
सांसों के महत्व को समझें
कुंडलिनी योग में सांसों का विशेष महत्व है। इसे प्राणायाम कहा जाता है।
गहरी और नियंत्रित सांसें लेने से शरीर में ऑक्सीजन की मात्रा बढ़ती है और तनाव कम होता है। इसके अलावा प्राणायाम से मानसिक स्पष्टता भी बढ़ती है और ध्यान केंद्रित करने में मदद मिलती है।
नियमित प्राणायाम से व्यक्ति की ऊर्जा का स्तर भी बढ़ता है, जिससे वह अधिक ऊर्जावान महसूस करता है।
#2
मुद्राओं का अभ्यास करें
कुंडलिनी योग में विभिन्न मुद्राओं का अभ्यास किया जाता है, जिन्हें आसन कहा जाता है। ये मुद्राएं शरीर के विभिन्न हिस्सों को सक्रिय करती हैं और ऊर्जा प्रवाह को सुचारू बनाती हैं।
उदाहरण के लिए, 'सर्पासन' रीढ़ की हड्डी को मजबूत करता है जबकि 'कमरासन' पेट की मांसपेशियों को मजबूती देता है। इसके अलावा 'वज्रासन' पाचन तंत्र को सुधारता है और 'भुजंगासन' फेफड़ों की क्षमता बढ़ाता है।
इन आसनों के नियमित अभ्यास से शरीर में लचीलापन भी आता है।
#3
मंत्रों का उच्चारण करें
मंत्रों का उच्चारण कुंडलिनी योग का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इन मंत्रों के माध्यम से व्यक्ति अपनी आंतरिक शक्ति को जागृत कर सकता है।
'ओम' जैसे सरल मंत्र या फिर 'सत नाम' जैसे विशिष्ट मंत्र ध्यान केंद्रित करने और मानसिक शांति प्राप्त करने में सहायक हैं।
नियमित रूप से इन मंत्रों का उच्चारण करने से मानसिक स्पष्टता बढ़ती है और आत्म-जागरूकता भी विकसित होती है। इससे व्यक्ति की ऊर्जा का स्तर बढ़ता है और वह अधिक संतुलित महसूस करता है।
#4
ध्यान की प्रक्रिया अपनाएं
ध्यान कुंडलिनी योग का अंतिम चरण माना जाता है, जिसमें व्यक्ति अपनी सारी ऊर्जा एक बिंदु पर केंद्रित करता है।
नियमित ध्यान से मानसिक शांति मिलती है और आत्म-जागरूकता बढ़ती है। इससे न केवल तनाव कम होता बल्कि जीवन जीने की गुणवत्ता भी बेहतर होती है।
इस प्रकार कुंडलिनी योग एक संपूर्ण पद्धति है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभकारी है।