पपीते की तासीर ठंडी होती है या गर्म? जानिए सर्दियों में इसे खाना चाहिए या नहीं
पपीता पूरे साल यानी 12 महीने बाजार में आसानी से मिल जाता है, लेकिन गर्मियों से ज्यादा सर्दियों में इसके दाम कम होते हैं। हालांकि, समझने वाली बात ये है कि पपीते का सेवन सर्दियों में करना ठीक है या नहीं। आपको बता दें कि ये पपीते की प्रकृति पर निर्भर करता है और इससे ही फल का स्वास्थ्य पर अच्छा या बुरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं कि पपीते की तासीर कैसी होती है और इसके फायदे।
पपीते की तासीर कैसी होती है?
पपीते की तासीर गर्म होती है, जिस कारण विशेषज्ञ गर्मियों में इसका सेवन कम करने की सलाह देते हैं। अगर आप सर्दियों में रोजाना 200 से 250 ग्राम पपीता खाते हैं तो ये शरीर में गर्मी पैदा कर सकता है, जिसका पाचन क्रिया, लीवर और आंतों पर अच्छा प्रभाव पड़ता है और शरीर से विषैले तत्व भी बाहर निकल जाते हैं। इसलिए सर्दियों में पपीते का सेवन करना सुरक्षित है।
पाचन क्रिया के लिए अच्छा होता है पपीता
पपीते का सेवन सबसे ज्यादा पाचन के लिए अच्छा माना जाता है। इसका कारण है कि यह फाइबर से भरपूर फल है, जो अपच, एसिड रिफ्लक्स और पेट के अल्सर सहित सभी प्रकार की पाचन क्रिया संबंधित समस्याओं के जोखिम कम करने में मदद कर सकता है। पीपते में पपेन नामक एक पाचन एंजाइम होता है, जो एसिडिटी, कब्ज और अन्य छोटी-मोटी पेट संबंधित समस्याओं को भी दूर कर सकता है।
लीवर के लिए भी है फायदेमंद
पपीते का सेवन लीवर के लिए भी फायदेमंद माना जाता है। दरअसल, लीवर से संबंधित अधिकतर बीमारियों का कारण हाई कोलेस्ट्रॉल होता है और इसे पपीते का सेवन करके कम किया जा सकता है। नियमित रूप से पपीता खाने से कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करके खून साफ करने में मदद मिल सकती है और लीवर संबंधी परेशानियों से भी सुरक्षित रह सकते हैं। हालांकि, लीवर रोग वाले लोग डॉक्टर की सलाह के बाद इसे अपनी डाइट में शामिल करें।
हृदय रोग से सुरक्षित रखने में कर सकता है मदद
सर्दियों के दौरान रोजाना पपीते का सेवन हृदय के लिए भी लाभदायक हो सकता है। नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन की वेबसाइट पर प्रकाशित शोध के अनुसार, पपीते में मौजूद मोनोसैचुरेटेड वसा और एंटी-ऑक्सीडेंट खराब कोलेस्ट्रॉल को कम कर सकता है और हृदय से संबंधित बीमारियों को दूर रखता है। इसके अलावा ये बढ़े हुए ब्लड प्रेशर के स्तर को भी नियंत्रित कर सकता है। हालांकि, हृदय रोगी डॉक्टरी सलाह के बाद ही रोजाना इस फल का सेवन करें।
त्वचा के लिए भी है अच्छा
पपीते में एंटी-इंफ्लेमेटरी समेत कई पोषक तत्व होते हैं, जो त्वचा के लिए बहुत अच्छे माने जाते हैं। ये गुण त्वचा की सूजन दूर करने समेत दानों और चकत्ते का इलाज करने में भी मददगार हो सकते हैं। कई अध्ययन के अनुसार, पपीते में मौजूद फाइटोकेमिकल्स कोलेजन का उत्पादन भी बढ़ाते हैं और हानिकारक मुक्त कणों से लड़ने में मदद करते हैं। लाभ के लिए नियमित रूप से खाली पेट एक कटोरी पपीते का सेवन करें।