कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है सरसों का तेल, जानिए शरीर पर इसका असर
सरसों का तेल भारतीय रसोई में एक अहम स्थान रखता है। इसे अक्सर सबसे सेहतमंद तेल माना जाता है, लेकिन क्या यह सच में हर स्थिति में सबसे अच्छा विकल्प है? इस लेख में हम सरसों के तेल से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बाते जानेंगे कि क्या यह वाकई हमेशा सेहत के लिए फायदेमंद होता है या नहीं। इसके फायदे और नुकसान दोनों पर ध्यान देंगे ताकि आप सही निर्णय ले सकें और इसका सही उपयोग कर सकें।
सरसों का तेल का हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव
कई लोग मानते हैं कि सरसों का तेल हृदय के लिए सबसे अच्छा होता है। हालांकि, इसमें ओमेगा-3 और ओमेगा-6 फैटी एसिड होते हैं, जो हृदय के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। हालांकि, इसका अधिक सेवन भी नुकसानदायक हो सकता है। ज्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से शरीर में सूजन बढ़ सकती है और इससे हृदय रोग का खतरा भी बढ़ सकता है। इसलिए संतुलित मात्रा में ही इसका उपयोग करना चाहिए।
त्वचा पर सरसों का तेल लगाना
सरसों के तेल को त्वचा पर लगाने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह माना जाता है कि इससे त्वचा मुलायम और चमकदार होती है। हालांकि, कुछ लोगों की त्वचा संवेदनशील होती है और उन्हें इससे एलर्जी हो सकती है। इसके अलावा लंबे समय तक धूप में रहने पर यह त्वचा को काला कर सकता है। इसलिए इसे इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरूर करें।
बालों पर सरसों के तेल का प्रभाव
बालों की देखभाल के लिए भी सरसों का तेल बहुत लोकप्रिय विकल्प माना जाता है। कहा जाता है कि इससे बाल मजबूत होते हैं और उनकी ग्रोथ अच्छी होती है। हालांकि, अगर आपके बाल पहले से ही ऑयली हैं तो इसका उपयोग करने से बाल चिपचिपे हो सकते हैं और डैंड्रफ की समस्या बढ़ सकती है। इसलिए इसे अपने बालों की जरूरत अनुसार ही इस्तेमाल करें।
खाना पकाने में सरसों के तेल का इस्तेमाल
खाना पकाने के लिए भी कई लोग सिर्फ सरसों के तेल पर निर्भर रहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि यह अन्य सभी प्रकार के कुकिंग ऑयल्स से बेहतर होता है। हालांकि, हर प्रकार की रेसिपी इसके स्वाद को सहन नहीं कर पातीं और कभी-कभी इसका तीखा स्वाद खाने को बिगाड़ सकता है। इसके अलावा ज्यादा तापमान पर पकाने से इसमें हानिकारक तत्व भी उत्पन्न हो सकते हैं। इसलिए इसका इस्तेमाल संतुलित मात्रा में करना चाहिए।